2022-23 में किये 31,451 फिंगर प्रिंट नेफिस सिस्टम पर अपलोड

punjabkesari.in Thursday, Jun 29, 2023 - 09:09 PM (IST)


चंडीगढ़, 29 जून (अर्चना सेठी) हर इंसान की शक्ल की तरह उसके फिंगरप्रिंट भी अलग अलग पाए जाते है। किसी भी दो इंसान के फिंगरप्रिंट एक जैसे नहीं होते है। जन्म के साथ ही व्यक्ति के जो फिंगरप्रिंट होते हैं, वे ताउम्र वैसे ही रहते हैं, इनमें चोट लगने या किसी अन्य वजह से भी इनमें बदलाव नहीं होता। फिंगर प्रिंट्स को इंसान की यूनिक आईडी माना जाता है और अब इसी विधि का फायदा प्रदेश पुलिस भी उठा रही है। वैसे तो फिंगरप्रिंट का उपयोग पुलिस शुरू से ही अपराधियों की धरपकड़ के लिए  किया जाता रहा है। परन्तु अब अज्ञात शवों की पहचान उजागर करने का काम भी फिंगर प्रिंट्स की सहायता से किया जा रहा है।

 

प्रदेश पुलिस में इसकी जिम्मेदारी स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो, हरियाणा पर है जिसने पिछले एक वर्ष में लगभग 11 डेड बॉडीज की पहचान उजागर करने में सफलता हासिल की है। इनमें से 7 डेड बॉडीज प्रदेश के अलग अलग थानों में दर्ज आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों की है और अन्य 4 डेड बॉडीज अन्य राज्यों से संबंधित है। नेफिस सिस्टम में हर उस आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति का डेटा उपलब्ध है जो किसी न किसी अपराध में या तो गिरफ्तार हुए है या फिर मामला दर्ज किया गया है।


पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2022-23 में स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने तकरीबन 31,451 विभिन्न गिरफ्तार, सज़ायाफ्ता अपराधियों और लावारिस डेड बॉडीज और मौका ए वारदात से उठाये गए फिंगर प्रिंट डेटाबेस में अपलोड किये हैं।  

प्रवक्ता ने बताया कि स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो को फरीदाबाद, जींद, करनाल, सोनीपत, सिरसा, अम्बाला आदि जिलों से विभिन अज्ञात शव प्राप्त हुए थे, जिनकी पहचान करने में समस्या आ रही थी। सभी प्रिंट्स को नेफिस के सिस्टम से मैच किया गया तो तकरीबन 11 शवों की पहचान करने में सफलता हासिल की है। 11 डेड बॉडीज में से 7 हरियाणा के ही ट्रेस हुए व अन्य 4 दिल्ली, तेलंगाना और पंजाब राज्यों से सम्बंधित है।  नेफिस सिस्टम में पूरे देश के गिरफ्तार, सज़ायाफ्ता अपराधियों और लावारिस डेड बॉडीज और मौका ए वारदात से उठाए गए फिंगर प्रिंट डेटाबेस उपलब्ध है, जिससे मैच करने से अज्ञात शवों की पहचान करने में आसानी हो जाती है।


प्रवक्ता ने बताया कि एससीआरबी में वर्ष 2022 और वर्ष 2023 में मई माह तक विभिन्न केसों में 87 डाक्यूमेंट्स प्राप्त हुए थे। कई केसों में महत्वपूर्ण कागजातों की प्रमाणिकता की जांच की जाती है। ब्यूरो ने सभी कागजातों का परीक्षण कर उनकी रिपोर्ट बनाकर जिला पुलिस को आगामी कार्रवाई के लिए सौंप दिया है।  


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News Editor

Archna Sethi

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