दिल्ली बम धमाके में क्या तुर्की का भी है हाथ? उठ रहे यह बड़े सवाल

punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 03:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किला के पास एक सफेद i20 कार में हुए भीषण विस्फोट की घटना अब एक अंतर्राष्ट्रीय आतंकी साज़िश की ओर इशारा कर रही है। भारत सरकार ने इस घटना को आतंकी कृत्य करार दिया है जिसमें 13 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल हुए हैं। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां मामले की गहन जांच कर रही हैं और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि दिल्ली धमाके के तार तुर्की से जुड़े पाए गए हैं।

तुर्की की राजधानी अंकारा से चल रहा था आतंकी नेटवर्क

पुलिस सूत्रों के मुताबिक धमाके की साज़िश रचने वाले गिरफ्तार आतंकियों और मारे गए डॉक्टर उमर मोहम्मद का सीधा संपर्क एक विदेशी हैंडलर से था।

हैंडलर और लोकेशन: आतंकी 'Ukasa' नामक एक हैंडलर (जो एक कोडनेम हो सकता है) से बात कर रहे थे। इस हैंडलर की लोकेशन तुर्की की राजधानी अंकारा की बताई जा रही है।

बातचीत का माध्यम: ये आतंकी एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप 'सेशन ऐप' (Session App) का इस्तेमाल करके हैंडलर से आदेश प्राप्त कर रहे थे।

ब्रेन वॉश की आशंका: सूत्रों के अनुसार जांच में यह शक सामने आया है कि मार्च 2022 में कुछ भारतीय नागरिक अंकारा गए थे जहां उनका ब्रेन वॉश किया गया था।

 

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विस्फोटक के लिए शिपमेंट और पैकेज जैसे कोड वर्ड

आतंकियों ने अपनी संचार प्रणाली में गोपनीयता बनाए रखने के लिए विशिष्ट कोड वर्ड इस्तेमाल किए:

गुप्त संदेश: आतंकी विदेशी हैंडलर्स से एन्क्रिप्टेड रूट के माध्यम से संवाद करते थे और यहीं से उन्हें हमले के आदेश मिलते थे।

विस्फोटक के कोड: अमोनियम नाइट्रेट, ऑक्साइड और फ्यूल ऑयल से तैयार किए जाने वाले विस्फोटकों के लिए उन्होंने 'शिपमेंट' और 'पैकेज' जैसे कोड वर्ड का इस्तेमाल किया। ये कोड वर्ड आतंकियों के फोन से बरामद हुए हैं।

 

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4 शहरों में 8 संदिग्धों द्वारा सिलसिलेवार धमाकों की थी साज़िश

सुरक्षा एजेंसियों की जांच में एक बड़े आतंकी हमले की योजना का खुलासा हुआ है। लगभग 8 संदिग्धों ने देश के 4 अलग-अलग शहरों में एक साथ सिलसिलेवार धमाके (Serial Blasts) करने की साज़िश रची थी। हमले के लिए दो-दो सदस्यों के कुल चार ग्रुप बनाए गए थे। हर ग्रुप के पास कई आईईडी (IEDs - इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) रखे जाने थे। प्लानिंग थी कि सभी टीमें एक ही समय पर इन चार शहरों में हमला करेंगी।

खुफिया अलर्ट से ऐसे टला बड़ा हमला

खुफिया एजेंसियों के समय पर दिए गए अलर्ट के कारण आतंकियों की यह बड़ी साज़िश पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाई। जांच में पता चला है कि खुफिया एजेंसियों ने पहले ही 12 तारीख को लेकर एक विशेष अलर्ट जारी किया था जिसमें बड़ी आतंकी वारदात की आशंका जताई गई थी। इस अलर्ट के आधार पर 12 तारीख के लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने विशेष सुरक्षा इंतजाम किए थे।

सुरक्षा व्यवस्था के चलते 10 तारीख को ही डॉक्टर मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने से पहले आतंकी उमर मोहम्मद ने घबराहट में आकर कार में विस्फोट कर दिया। इस समय से पहले हुए विस्फोट ने पूरी साज़िश को उजागर कर दिया जिससे अन्य तीन शहरों में होने वाले सीरियल धमाके नाकाम हो गए।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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