ग्रीस मीडिया का दावाः पाक की मदद के लिए कश्मीर में आंतकी भेजने की तैयारी में तुर्की

punjabkesari.in Saturday, Feb 13, 2021 - 12:16 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः ग्रीस के मीडिया ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान और तुर्की के बीच चल रहे डर्टी गेम का खुलासा किया है।  ग्रीस मीडिया ने पाक-तुर्की  के बीच गहराती दोस्‍ती  पर भारत को चेतावनी दी है। ग्रीस की एक मीडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान का साथ देने के लिए तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन अपने किराए के आंतिकयों को कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए भेज सकते हैं।  इसके लिए एर्दोगन के एक सैन्य सलाहकार ने कश्मीर को लेकर अमेरिका में सक्रिय एक किराए के आतंकी संगठन के चीफ का सहयोग लिया है। 

 

ग्रीस की पेंटापोस्टाग्मा वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक तुर्की के  का सैन्य संगठन सादात (SADAT) अब कश्मीर में एक्टिव होने की तैयारी कर रहा है।  दरअसल, तुर्की खुद को मध्य एशिया में अग्रणी शक्ति के रूप में दिखाना चाहता है, इसलिए वह पाकिस्तान के साथ मिलकर कश्मीर में हिंसा फैलाने की साजिश रच रहा है।

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राष्ट्रपति एर्दोगन ने इसकी जिम्मेदारी सादात को सौंपी
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन ने इसकी जिम्मेदारी सादात को सौंपी है। सादात का नेतृत्व एर्दोगन के सैन्य सलाहकार अदनान तनरिवर्दी करता है  जिसने कश्मीर में बेस तैयार करने के लिए कश्मीर में जन्मे सैयद गुलाम नबी फई नाम के आतंकी को नियुक्त किया है। फई पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के पैसों पर भारत के खिलाफ भाड़े के सैनिकों की भर्ती करने और टैक्स चोरी के लिए अमेरिका की जेल में दो साल की सजा काट चुका है।  बता दें कि इससे पहले भी अमेरीका के सोशल मीडिया और सूचना सुरक्षा विश्लेषक कोरंलिज (Kornelij) जो आर्मेनिया के इंटरनेट गवर्नेंस काउंसिल के सदस्य भी हैं ने तुर्की के इस खतरनाक सच के बारे में पर्दाफाश करते ट्वीच  किया था। 

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जानें कौन है सैयद गुलाम नबी फई?
सैयद गुलाम नबी फई का जन्म जम्मू और कश्मीर के बढगाम में अप्रैल 1949 में हुआ था। यह कट्टरपंथी संगठन जमात ए इस्लामी का भी सक्रिय सदस्य है। फई ने अमेरिका में कश्मीर के खिलाफ साजिश रचने के लिए अमेरिकी काउंसिल ऑफ कश्मीर (KAC) की स्थापना की थी। इस संस्था की फंडिग पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI  करती है। इस बात की पुष्टि खुद अमेरिका की FBI ने की है। यह संगठन अब तुर्की के सादात और इस्लामिक दुनिया नाम के एक NGO के साथ मिलकर कश्मीर में साजिश रच रहा है।

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 इस रिपोर्ट में  कश्मीर को लेकर सैयद गुलाम नबी फई आज भी बहुत सक्रिय है। वह सादात के कार्यक्रमों में अक्सर हिस्सा लेता है।  उसने राष्ट्रपति एर्दोगन के सैन्य सलाहकार और सादात के चीफ अदनान तनरिवर्दी से भी मुलाकात की है। ये दोनों साथ मिलकर कश्मीर में कार्रवाई करने के षड़यंत्र पर काम कर रहे हैं। 


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Content Writer

Tanuja

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