ट्रंप का भारत पर नया प्रहार: ईरान से डील पर भी जताया एतराज, 6 भारतीय कंपनियां की ब्लैकलिस्ट

punjabkesari.in Thursday, Jul 31, 2025 - 11:01 AM (IST)

International Desk: अमेरिका ने ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पादों के कारोबार को लेकर छह भारतीय कंपनियों समेत दुनिया भर की 20 कंपनियों पर कड़े प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक ये कंपनियां ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की ‘महत्वपूर्ण’ बिक्री और खरीद में शामिल थीं। अमेरिका का दावा है कि ईरान इन कारोबार से जुटाए पैसे का इस्तेमाल पश्चिम एशिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने और अपने ही लोगों पर दमन के लिए करता है।

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विदेश विभाग ने साफ कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सख्त निर्देश हैं कि कोई भी देश या व्यक्ति अगर ईरानी तेल या पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदेगा, तो वह अमेरिकी प्रतिबंधों की चपेट में आएगा और अमेरिका से व्यापार नहीं कर पाएगा। भारत की जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगा है, उनमें कंचन पॉलिमर्स, अलकेमिकल सॉल्यूशन्स, रमनीकलाल एस गोसालिया एंड कंपनी, जूपिटर डाई चेम प्राइवेट लिमिटेड, ग्लोबल इंडस्ट्रीज केमिकल्स लिमिटेड और पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन कंपनियों ने जनवरी 2024 से जनवरी 2025 के बीच ईरानी मूल के पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे।

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इसके अलावा, अमेरिकी वित्त विभाग ने 50 से ज्यादा लोगों और कंपनियों को भी ब्लैकलिस्ट किया है। इसमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली ख़ामेनेई के खास सलाहकार अली शमखानी के बेटे मोहम्मद हुसैन शमखानी के विशाल शिपिंग नेटवर्क को भी टारगेट किया गया है। इसमें संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाला भारतीय नागरिक पंकज नागजीभाई पटेल भी शामिल है, जो इस नेटवर्क में अहम पदों पर काम कर चुका है।अमेरिकी प्रशासन ने इसे 2018 के बाद ईरान पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया है। वॉशिंगटन ने साफ कर दिया है कि भविष्य में भी इस तरह के कारोबार पर जीरो टॉलरेंस रहेगा।

 


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Content Writer

Tanuja

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