Tirupati Controversy : तिरुपति प्रसाद की पवित्रता हुई बहाल, वेबसाइट पर दी जानकारी
punjabkesari.in Saturday, Sep 21, 2024 - 02:55 PM (IST)
नेशनल डेस्क : तिरुपति बालाजी मंदिर का प्रसाद, विशेषकर प्रसिद्ध लड्डू, हाल ही में मिलावट के आरोपों के कारण सुर्खियों में है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस प्रसाद में मिलावट का गंभीर आरोप लगाया, जिससे भक्तों के बीच चिंता बढ़ गई। इन आरोपों के बाद, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया है। TTD ने श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया कि प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर उन्होंने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और उनकी पवित्रता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
TTD का बड़ा बयान
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक महत्वपूर्ण पोस्ट जारी की है। इस पोस्ट में उन्होंने श्रीवारी लड्डू के प्रसाद की शुद्धता और पवित्रता को लेकर स्पष्टता प्रदान की है।TTD ने कहा कि "श्रीवारी लड्डू की दिव्यता और पवित्रता अब बेदाग है।" इसका मतलब यह है कि मंदिर प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं ताकि प्रसाद की गुणवत्ता पर कोई संदेह न रहे। यह बयान श्रद्धालुओं के लिए एक आश्वासन के रूप में है कि वे बिना किसी चिंता के लड्डू का सेवन कर सकते हैं।
श्रद्धालुओं की संतुष्टि की प्रतिबद्धता
TTD ने यह भी कहा कि वे सभी भक्तों की संतुष्टि के लिए लड्डू प्रसाद की पवित्रता बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इसका तात्पर्य है कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार की मिलावट या गुणवत्ता की कमी से बचने के लिए सतर्क रहेंगे। इस प्रतिबद्धता के साथ, TTD ने अपने उच्च मानकों को बनाए रखने की इच्छा जताई है।
विवाद की जड़
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब TTD ने बताया कि जांच में मिले नमूनों में घटिया गुणवत्ता का घी और चर्बी की मिलावट पाई गई। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लड्डू में पशु चर्बी की मौजूदगी का आरोप लगाया था। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने इसे राजनीति का ध्यान भटकाने वाला कदम बताया।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
इस पूरे विवाद के बाद केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। TTD ने प्रयोगशाला की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि नमूनों में पशु वसा और अन्य अशुद्धियाँ पाई गई हैं।
कार्रवाई की प्रक्रिया
TTD के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने बताया कि मिलावट करने वाले ठेकेदार को "ब्लैकलिस्ट" करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। यह कार्रवाई प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है।इस पूरे मामले ने श्रद्धालुओं के बीच चिंता पैदा कर दी है, लेकिन TTD का प्रयास है कि प्रसाद की पवित्रता और शुचिता को बनाए रखा जाए। अब देखना यह होगा कि केंद्र सरकार की जांच के बाद इस मामले में और क्या कार्रवाई होती है।