''10 बार माफी मांगने के लिए तैयार हूं'', कर्नल सोफिया पर दिए विवादित बयान पर बोले मंत्री विजय शाह
punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 11:47 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में ‘‘आपत्तिजनक'' और ‘‘नफरत भरी'' टिप्पणी की, जिसके बाद एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। शाह की इस टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद जब उनकी कड़ी आलोचना होने लगी, तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कर्नल सोफिया उनकी सगी बहन से भी ज्यादा सम्मानित हैं और अगर उनकी (शाह की) टिप्पणी से किसी को भी चोट पहुंची है, तो वह दस बार माफी मांगने को तैयार हैं।
वायरल वीडियो सोमवार का बताया जा रहा है, जिसमें राज्य के आदिम जाति कल्याण मंत्री शाह यह कहते हुए सुने जा रहे हैं, “जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे, उन्हीं कटे-पिटे लोगों को उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई।” वह यह कहते सुने जा रहे हैं, “उन्होंने कपड़े उतार-उतारकर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी-तैसी करने के लिए हमारे जहाज से उनके घर भेजा।” हालांकि, शाह ने पूरे वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया है। शाह सोमवार को इंदौर के पास महू के रामकुंडा गांव में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उनकी इस टिप्पणी की गूंज दिल्ली तक पहुंची। कांग्रेस ने मांग की कि शाह को मंत्रिमंडल से फौरन बर्खास्त किया जाना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी के संदर्भ में ‘‘अपमानजनक'' टिप्पणी करने वाले शाह को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए। खरगे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा की मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने हमारी वीर बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में बेहद अपमानजनक, शर्मनाक और ओछी टिप्पणी की है। पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकी देश को बांटना चाहते थे, पर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने में पूरे ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान देश एकजुट था।'' उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की मानसिकता महिला विरोधी रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘पहले पहलगाम में शहीद नौसेना अधिकारी की पत्नी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया, फिर विदेश सचिव विक्रम मिसरी की बेटी को तंग किया गया और अब भाजपा के मंत्री हमारी वीरांगना सोफिया कुरैशी के लिए ऐसी अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं।''
खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऐसे मंत्री को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए। कर्नल सोफिया ‘ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर भारत के पक्ष को मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया के सामने रखने वाली टीम का हिस्सा थीं। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शाह का वीडियो ‘एक्स' पर साझा करते हुए कहा कि भाजपा तुरंत यह बताए कि क्या वह विजय शाह की “घटिया सोच” से सहमत है? उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से शाह की टिप्पणी पर जवाब देने को कहा।
प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि शाह का यह ‘‘अशोभनीय'' और ‘‘नफरत भरा'' बयान केवल एक व्यक्ति पर ही हमला नहीं, बल्कि भारत की सैन्य गरिमा, राष्ट्रीय एकता और महिला सम्मान पर खुला प्रहार है। विवाद बढ़ने पर भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने शाह को भोपाल स्थित प्रदेश मुख्यालय तलब किया। सूत्रों के मुताबिक, शर्मा ने उन्हें उनकी टिप्पणी के लिए फटकार लगाई। शाह ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से भी मुलाकात की। इसके बाद मीडिया के समक्ष सफाई देते हुए शाह ने कहा कि पहलगाम में जिस निर्ममता के साथ लोगों की हत्या की गई थी, उससे उनका मन ‘‘विचलित'' था और इसी क्रम में उनके ‘‘मुंह से यह बात निकल गई।'' शाह ने कहा कि उनके परिवार के कई सदस्य सेना से जुड़े रह चुके हैं और कई लोग शहीद भी हुए हैं।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘सोफिया बहन ने राष्ट्र धर्म निभाते हुए जाति और धर्म से ऊपर उठकर हिंदुस्तान का नाम रौशन किया है। वह हमारी सगी बहन से भी ज्यादा सम्मानित हैं। मैं उन्हें सलाम करता हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम सपने में भी उनके अपमान की बात नहीं सोच सकते हैं। फिर भी समाज और धर्म को मेरी बातों से चोट पहुंची है, तो मैं दस बार माफी मांगने को तैयार हूं।'' देर शाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक समूह ने राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित शाह के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग करते हुए उनके नामपट्ट पर कालिख पोत दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सेना की कार्रवाई की जानकारी मीडिया से साझा की थी। भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया था। भारतीय सेना के इस अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया है।