इस बड़ी कंपनी का अचानक दिवालिया, रातों-रात खाली करवाए... ईमेल में कहा- ''छोड़ दो''
punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 07:33 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका की प्रसिद्ध हॉस्पिटैलिटी और शॉर्ट-टर्म रेंटल कंपनी Sonder अब दिवालिया होने की कगार पर है। कंपनी ने अचानक अपने मेहमानों को एक ईमेल भेजा- “कमरा खाली करो, लाइसेंसिंग एग्रीमेंट खत्म हो गया है।”
कुछ यात्रियों को 24 घंटे से भी कम समय में होटल छोड़ने को कहा गया। कर्मचारियों को भी कोई जानकारी नहीं थी- लोग रोते हुए अपना सामान समेट रहे थे।
Marriott के साथ डील टूटी
Sonder, जिसे कभी Airbnb + होटल मॉडल का हाई-टेक वर्जन माना जाता था, दुनिया भर के 40 शहरों में प्रॉपर्टी चलाती थी। लेकिन हालात तब पलटे जब Marriott ने अगस्त 2024 में साइन किया गया 20 साल का लाइसेंसिंग एग्रीमेंट रद्द कर दिया। Marriott ने कहा- “Sonder अब डिफॉल्ट में है।” और अगले ही दिन Sonder ने घोषणा कर दी- “हम कोर्ट-सुपरवाइज्ड लिक्विडेशन में जा रहे हैं।” यानि कंपनी अपना पूरा व्यवसाय बंद करने जा रही है।
CEO का बयान- “खर्च बढ़ा, कमाई गिर गई”
Sonder की इंटरिम CEO जेनीस सियर्स ने कहा- “Marriott की वेबसाइट से तकनीकी इंटीग्रेशन में भारी खर्च हुआ। हमारी रेवेन्यू गिर गई और कंपनी वित्तीय रूप से टिक नहीं पाई।” कभी $1.9 बिलियन वैल्यूएशन पाने वाला यह स्टार्टअप अब सुनियोजित दिवालियापन की प्रक्रिया में है।
मेहमानों के लिए भय और अव्यवस्था
न्यूयॉर्क की Connie Yang ने बताया- उन्होंने Sonder Battery Park में 10 रातों का प्रीपेड स्टे बुक किया था। रात में उन्हें ईमेल आया- “सुबह 9 बजे तक कमरा खाली करें।” पूरी बिल्डिंग खाली कराई जा रही थी। उनके अनुसार- “लोग रो रहे थे। मेरी पड़ोसन अपने पति की कैंसर थेरेपी के दौरान यहां रह रही थी। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है।” कई स्टाफ भी भावुक होकर रो पड़े, क्योंकि उन्हें भी पहले से कुछ नहीं बताया गया था।
Marriott और Booking.com की सफाई
कई मेहमान Marriott से मदद मांगने पहुंचे, लेकिन जवाब मिला- “हम कुछ नहीं कर सकते।” Booking.com ने ग्राहकों को रिफंड का भरोसा तो दिया, लेकिन रातों-रात बेघर हुए लोग खुद नए होटल ढूंढते रहे। Connie को आखिरकार Hilton में नया कमरा बुक करना पड़ा।
क्यों डूब गया Sonder?
Sonder ने लॉन्ग-टर्म लीज़ पर प्रॉपर्टी लीं, जिससे खर्चा बहुत बढ़ गया। पैंडेमिक के बाद यात्राएँ घट गईं और मॉडल अनटिकाऊ साबित हुआ। कमाई घटी, कर्ज बढ़ा, और साझेदारी टूटते ही कंपनी गिर पड़ी। एक बड़ी सीख- आकार नहीं, टिकाऊपन मायने रखता है कभी “हॉस्पिटैलिटी का भविष्य” कहा जाने वाला Sonder अब स्टार्टअप वर्ल्ड की चेतावनी बन गया है। यह घटना याद दिलाती है- “आकार बड़ा होना सफलता की गारंटी नहीं, टिकाऊ मॉडल ही असली मजबूती है।”
