इन राज्यों में कंडोम से ज्यादा इस्तेमाल होती हैं गर्भनिरोधक गोलियां

punjabkesari.in Friday, Jan 22, 2016 - 09:15 PM (IST)

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में लोग गर्भनिरोध के लिए कंडोम से ज्यादा गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। परिवार नियोजन के तरीकों पर मंत्रालय की आेर से 13 राज्यों में कराए गए चौथे राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-4) के आंकड़ोंं के अनुसार, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में 15-49 आयु वर्ग की महिलाओं में गर्भनिरोधक गोलियों के प्रयोग में काफी वृद्धि हुई है। 
 
त्रिपुरा मेंं गर्भनिरोधक गोलियोंं का प्रयोग 26.3 प्रतिशत है, जिसमें से शहरी क्षेत्रों में 21.1 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 28.5 प्रतिशत है जबकि कंडोम का प्रयोग कुल 1.9 प्रतिशत है (शहर क्षेत्र में 3.4 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 1.2 प्रतिशत)।  एनएफएचएस-3 (2005-2006) के आंकड़ों से तुलना के आधार पर, पूर्वोत्तर राज्योंं में गर्भनिरोधक गोलियों का प्रयोग तत्कालीन 21.8 प्रतिशत से बढ़कर 2015-2016 में 26.3 प्रतिशत हो गया है जबकि इसी अवधि में कंडोम का प्रयोग 3.2 प्रतिशत से कम होकर 1.9 प्रतिशत रह गया है। 
 
पश्चिम बंगाल में गर्भनिरोधक गोलियों का औसतन प्रयोग 20 प्रतिशत है जबकि कंडोम का 11.7 प्रतिशत। यहां भी गर्भनिरोधक गोलियों का प्रयोग एनएफएचएस-3 (2005-2006) के 11.7 प्रतिशत से बढ़कर 2015-2016 में 20 प्रतिशत हो गया है। मेघालय में गर्भनिरोधक गोलियों के प्रयोग का औसत 11.7 प्रतिशत है (शहरी क्षेत्र में 7.8 प्रतिशत, ग्रामीण क्षेत्र में 12.5 प्रतिशत) जबकि कंडोम का प्रयोग 1.3 प्रतिशत है।  सिक्किम मेंं गर्भनिरोधक गोलियोंं का औसत प्रयोग 11.6 प्रतिशत है (शहरी क्षेत्र में 16.9 प्रतिशत, ग्रामीण क्षेत्र में 21.4 प्रतिशत) जबकि कंडोम का प्रयोग 5.9 प्रतिशत है। 

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