ICMR की रिपोर्ट में चौंकाने वाला तथ्य, केरल में जीका वायरस का हुआ था कम्युनिटी स्प्रेड

punjabkesari.in Friday, Feb 11, 2022 - 03:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना की दूसरी लहर के दौरान केरल में जीका वायरस ने भी अपना कहर बरपाया था। वहीं अब इसको लेकर एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।  ICMR-NIV, पुणे द्वारा केरल में फैले जीका वायरस की पहली रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल केरल में मिले जीका वायरस के मामलों कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली थी और परिवार के सदस्यों में भी इसके लक्षण नहीं थे।

 

इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि जीका वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड हुआ होगा। यानि कि जैसे कोरोना एक-दूसरे से फैलता है वैसे ही जीका वायरस भी स्प्रेड हुआ। केरल में 8 जुलाई 2021 को जीका वायरस का पहला मामला सामने आया था। 24 साल की एक गर्भवती महिला में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। जांच के दौरान महिला में बुखार, सिरदर्द, शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण थे, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था।

 

ICMR की चेतावनी 
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की ओर से जीका वायरस को लेकर चेतावनी जारी की गई है। ICMR के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में हुई स्टडी में सामने आया है कि जीका वायरस को रोकने के लिए कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि जीका वायरस के मामले covid-19 की दूसरी लहर के दौरान सामने आए थे और इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली पर अतिरिक्त बोझ पड़ा था। वहीं ICMR की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरोसर्वे में केरल सबसे बेहतर रहा। यहां राष्ट्रीय औसत 21.9 प्रतिशत की तुलना में 11.6 प्रतिशत सीरोसर्वे किया गया।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Seema Sharma

Related News