सीतापुर पत्रकार हत्याकांड का सच आया सामने! पुजारी ने किया था ''यौन शोषण'', पूरा मामला जान उड़ जाएंगे होश

punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 12:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या के पीछे जो सच्चाई सामने आई है, वह चौंकाने वाली है। पुलिस के मुताबिक राघवेंद्र ने एक नाबालिग लड़के के साथ यौन शोषण करते हुए मंदिर के पुजारी को रंगे हाथों देख लिया था। इसी बात को छुपाने के लिए पुजारी ने सुपारी देकर उनकी हत्या करवा दी। पुलिस ने मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो शूटर अब भी फरार हैं।

कौन था पत्रकार राघवेंद्र और कैसे रची गई हत्या की साजिश?

सीतापुर निवासी पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई एक निर्भीक और सजग रिपोर्टर थे। 8 मार्च को उनकी हत्या लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हेमपुर रेलवे ओवरब्रिज के पास कर दी गई थी। घटना को दिनदहाड़े अंजाम दिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या की वजह सिर्फ एक थी—राघवेंद्र ने पुजारी शिवानंद बाबा को एक किशोर के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। बाबा को डर था कि यह सच बाहर आ गया तो उसका सामाजिक व धार्मिक वजूद खत्म हो जाएगा। इसलिए उसने अपने दो गुर्गों के जरिए दो शूटरों को 4 लाख रुपये में सुपारी देकर हत्या करवा दी।

कैसे किया गया मर्डर का प्लान तैयार?

पुजारी शिवानंद बाबा ने अपने करीबी निर्मल सिंह और असलम गाजी से संपर्क किया और दोनों की मदद से दो शूटरों को हायर किया। मोबाइल ट्रैकिंग से बचने के लिए बाबा ने राहगीरों के फोन से कॉल किए ताकि खुद पर शक न आए। हत्या से पहले बाबा राघवेंद्र से मधुर संबंध बनाए रखता रहा। घटना से दो दिन पहले वे एक धार्मिक कार्यक्रम में भी साथ गए थे ताकि राघवेंद्र को कोई शक न हो। 8 मार्च की दोपहर जैसे ही राघवेंद्र मंदिर से निकले, हाईवे पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।पुलिस की जांच में क्या-क्या हुआ खुलासा?

  • 12 टीमें बनाई गईं इस केस को सुलझाने के लिए

  • सीसीटीवी फुटेज में आरोपी रेकी करते पाए गए

  • सीन रिक्रिएशन से हत्या की योजना का पूरा पता चला

  • पुजारी, निर्मल और असलम गाजी गिरफ्तार

  • दो शूटर अभी भी फरार

  • 17,000 और 15,000 रुपये नकद आरोपियों से बरामद

  • मोबाइल डिलीट, कॉल लॉग्स साफ किए गए ताकि कड़ी न जुड़े

हत्या के बाद भी पुजारी ने रची थी नई चाल

घटना के बाद भी पुजारी ने खुद को निर्दोष दिखाने की कोशिश की। वह सार्वजनिक तौर पर दुख प्रकट करता रहा। लेकिन पुलिस की बारीकी से की गई पूछताछ और डिजिटल ट्रेसिंग ने सच्चाई उजागर कर दी। फरार शूटरों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की 7 टीमें लगाई गई हैं। ये दोनों शूटर सीतापुर के रहने वाले हैं और आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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