YouTube पर 1 बिलियन Views हो तो कितनी होगी कमाई? जानकर उड़ जाएंगे होश

punjabkesari.in Tuesday, Dec 23, 2025 - 03:07 PM (IST)

YouTube: डिजिटल क्रांति के इस दौर में YouTube न केवल मनोरंजन का साधन है बल्कि यह एक अरबों रुपये का बिजनेस बन चुका है। अक्सर हम सुनते हैं कि किसी म्यूजिक वीडियो या वायरल कंटेंट ने 1 बिलियन (100 करोड़) व्यूज का आंकड़ा पार कर लिया लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इतने व्यूज मिलने पर क्रिएटर के बैंक अकाउंट में कितने पैसे आते हैं? इसका जवाब आपकी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिलचस्प और जटिल है।

कमाई का असली खेल: CPM और RPM

यूट्यूब सीधे व्यूज के पैसे नहीं देता बल्कि वह विज्ञापनों (Ads) के जरिए होने वाली कमाई का हिस्सा क्रिएटर्स के साथ बांटता है। इसे समझने के लिए दो शब्द सबसे महत्वपूर्ण हैं:

  1. CPM (Cost Per Mille): विज्ञापनदाता 1,000 बार विज्ञापन दिखाने के लिए कितना पैसा खर्च करते हैं।

  2. RPM (Revenue Per Mille): सब कटौती के बाद क्रिएटर को प्रति 1,000 व्यूज पर वास्तव में कितनी कमाई हुई।

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1 बिलियन व्यूज पर कितनी हो सकती है कमाई?

भारत और वैश्विक स्तर पर RPM के आधार पर 100 करोड़ व्यूज की कमाई का मोटा अनुमान कुछ इस तरह है:

RPM (प्रति 1,000 व्यूज) 1 बिलियन व्यूज पर कुल कमाई (अनुमानित)
₹40 (औसत) ₹4 करोड़
₹80 (अच्छा) ₹8 करोड़
₹150+ (प्रीमियम) ₹15 करोड़ से अधिक

अगर वीडियो अमेरिका या यूरोप जैसे देशों में देखा जा रहा है तो यही कमाई 50 करोड़ से 100 करोड़ रुपये तक भी पहुंच सकती है क्योंकि वहां विज्ञापन महंगे होते हैं।

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कमाई को प्रभावित करने वाले 3 बड़े कारक

सभी चैनलों की कमाई एक जैसी नहीं होती। इसके पीछे ये मुख्य कारण हैं:

  • Content Category (Niche): फाइनेंस, बिजनेस और टेक्नोलॉजी (Tech) वीडियो पर महंगे विज्ञापन चलते हैं इसलिए यहां कम व्यूज पर भी ज्यादा पैसा मिलता है। वहीं कॉमेडी या म्यूजिक में व्यूज तो अरबों में होते हैं लेकिन प्रति हजार व्यूज कमाई कम होती है।

  • Audience Location: अगर आपका वीडियो हाई-परचेजिंग पावर वाले देशों में देखा जा रहा है तो आपकी कमाई कई गुना बढ़ जाएगी।

  • Video Length: 8 मिनट से लंबे वीडियो पर 'मिड-रोल' (बीच में विज्ञापन) लगाए जा सकते हैं जिससे रेवेन्यू बढ़ जाता है।

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 विज्ञापनों से आगे: अन्य रास्ते

1 बिलियन व्यूज वाला क्रिएटर सिर्फ एड्स पर निर्भर नहीं रहता। उनकी असली ताकत इन माध्यमों में होती है:

  • Brand Sponsorships: कई बार एक बड़ी ब्रांड डील से मिलने वाला पैसा, एड्स से होने वाली कमाई से कहीं ज्यादा होता है।

  • Affiliate Marketing: वीडियो में दिखाए गए प्रोडक्ट्स के लिंक से कमाई।

  • Merchandise & Membership: अपने खुद के ब्रांड के कपड़े या चैनल की मेंबरशिप बेचना।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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