न करें लापरवाही! 48 घंटे से बुखार है तो तुरंत हो जाएं अलर्ट, तेज़ी से फैल रहा है ये खतरनाक वायरस

punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 04:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क। मौसम में बदलाव आते ही दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में H3N2 फ्लू नामक एक वायरस तेज़ी से फैल रहा है जिसने तमाम तरह की बीमारियों का प्रकोप बढ़ा दिया है। यह फ्लू इतना खतरनाक है कि डॉक्टरों ने इसे सामान्य फ्लू समझने की गलती न करने की सलाह दी है। अगर आपको 48 घंटे से ज़्यादा समय से बुखार है तो इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें।

H3N2 फ्लू क्या है और यह क्यों खतरनाक है?

H3N2 फ्लू एक तरह का वायरस है जो इस समय पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बहुत तेज़ी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। यह मुख्य रूप से सांस की बीमारी पैदा करता है और सामान्य खांसी-जुकाम की तुलना में अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।

  • तेज़ संक्रमण: रिपोर्ट्स के अनुसार यह वायरस बहुत तेज़ी से फैलता है और जल्दी ही लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है।

  • प्रसार का तरीका: संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह वायरस हवा में फैल जाता है। इसके अलावा अगर आप किसी संक्रमित सतह को छूने के बाद अपने चेहरे को छूते हैं तो भी वायरस आपके शरीर में फैल सकता है।

  • जोखिम: यह पब्लिक प्लेस में तेज़ी से फैलता है यहाँ तक कि एसी वाले कमरों में भी आप इससे सुरक्षित नहीं हैं। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लगभग 69 प्रतिशत परिवारों में कम से कम एक सदस्य इस वायरस से प्रभावित है।

H3N2 के मुख्य लक्षण

इसके लक्षणों को पहचानना ज़रूरी है, ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके:

  • शुरुआती लक्षण: अचानक बुखार आना और ठंड लगना, गले में खराश, और लगातार खांसी की समस्या बनी रहना।

  • अन्य लक्षण: नाक बहना, मांसपेशियों में दर्द (Muscles Pain), सिरदर्द और थकान की दिक्कत होना।

कब डॉक्टर को दिखाना है ज़रूरी?

अगर स्थिति बिगड़ती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। ये लक्षण खतरे की घंटी हो सकते हैं:

  • सांस लेने में दिक्कत होना।

  • सीने में दर्द होना।

  • बहुत ज़्यादा कमजोरी महसूस होना।

  • उलझन या भ्रम (Confusion) जैसी स्थिति बनना।

एक्सपर्ट की राय

अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. निखिल मोदी ने बताया कि H3N2 एक ऐसा वायरस है जो सांस के रास्ते को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में बुखार, गले की दिक्कत, जुकाम, खांसी, सीने में जकड़न और सांस लेने में दिक्कत शामिल है। कुछ गंभीर मामलों में ऑक्सीजन लेवल में भी गिरावट दर्ज की गई है।

डॉक्टर ने विशेष रूप से बच्चों, बुज़ुर्गों और पहले से ही सांस की दिक्कत से परेशान लोगों को इस वायरस से बचाव करने की ज़्यादा ज़रूरत बताई है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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