पिता की मौत के सदमे में बेटे ने भी तोड़ा दम, दो दिन से बिना कुछ खाए कर रहा था सफर

punjabkesari.in Monday, Dec 01, 2025 - 05:59 AM (IST)

नेशनल डेस्क: झांसी रेलवे स्टेशन पर एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जहां पिता की मौत का सदमा झेल न पाने के कारण 42 वर्षीय रामेश्वर सिंह उर्फ राम विश्वास की ट्रेन में ही मौत हो गई। वे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुंबई से बिहार लौट रहे थे और लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से सफर कर रहे थे। झांसी स्टेशन पहुंचने से ठीक पहले उनकी हालत अचानक बुरी तरह बिगड़ गई।

दो दिन से खाना नहीं खाया, सदमे में डूबे रहे

पत्नी रीना देवी के अनुसार, गुरुवार को उनके 80 वर्षीय पिता बंता राय का निधन हो गया था। इस खबर के बाद से रामेश्वर गहरे सदमे में थे। परिवार ने बार-बार उन्हें खाना खाने को कहा, लेकिन उन्होंने बीते दो दिनों से कुछ नहीं खाया था। लगातार रोते रहने और तनाव के कारण उनकी स्थिति खराब होती गई।

चलती ट्रेन में बिगड़ी हालत, S-3 कोच में टूटा दम

शनिवार देर रात झांसी के नजदीक पहुंचते-पहुंचते रामेश्वर को अचानक बेचैनी, पसीना और कंपकंपी होने लगी। कुछ देर बाद वह सामान्य हुए, मगर रात करीब 11 बजे उनकी हालत फिर बिगड़ गई। S-3 कोच में ही पत्नी की गोद में उन्होंने अंतिम सांस ले ली। यात्रियों ने तुरंत रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी। झांसी स्टेशन पर डॉक्टरों की टीम ट्रेन का इंतजार करती रही, लेकिन जैसे ही ट्रेन पहुंची, डॉक्टरों ने जांच कर रामेश्वर को मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही पत्नी और बच्चे फूट-फूटकर रोने लगे।

जीआरपी ने शव उतारकर शुरू की जांच

घटना की जानकारी मिलते ही झांसी जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि असली कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा, हालांकि शुरुआती तौर पर मौत सदमे और कमजोरी के कारण होने की आशंका है।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

रामेश्वर मुंबई में कारोबार करते थे और अपनी पत्नी व चार बच्चों- 14 वर्षीय आस्था, 12 वर्षीय अर्पिता, 11 वर्षीय अरोही और 9 वर्षीय यश- के साथ रहते थे। अचानक हुए इस हादसे ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। फिलहाल पुलिस और डॉक्टर मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं।


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News Editor

Parveen Kumar

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