पति ने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी पत्नी की हत्या, फिर बैग में पैक कर दी लाश, कहा पति के अंदर थी ‘कमजोरी’,
punjabkesari.in Sunday, Mar 30, 2025 - 01:58 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली के सत्यम एंक्लेव इलाके में 28 मार्च को एक बैग में महिला की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। यह मामला उस समय नया मोड़ लिया जब पुलिस जांच में सामने आया कि महिला की हत्या उसके पति और उसके दोस्तों ने समलैंगिक रिश्तों के कारण की थी। पति को डर था कि उसकी पत्नी इन रिश्तों के बारे में जान जाएगी, जिससे उसका राज खुल जाएगा, और उसने अपनी पत्नी की जान ले ली। इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि समाज में समलैंगिक संबंधों को लेकर कितना डर और असुरक्षा है। जबकि कानून ने समलैंगिकता को अपराध के रूप में न माना है, लेकिन समाज में इस पर बनी धारणाएं और कई तरह की जटिलताएं लोगों को इस तरह के खतरनाक कदम उठाने पर मजबूर कर देती हैं। इस मामले में पुलिस जांच जारी है और आरोपी पति की तलाश की जा रही है।
मृतका की पहचान और घटना का क्रम
मृतका की पहचान पंजाब के लुधियाना की निवासी अंजू उर्फ अंजलि के रूप में हुई है। अंजलि की शादी कुछ साल पहले उसके रिश्तेदार के माध्यम से आशीष कुमार झा से हुई थी। जानकारी के अनुसार, आशीष और उसके दोस्त अभय कुमार झा ने मिलकर अंजलि की हत्या की योजना बनाई थी। पुलिस के मुताबिक, हत्या से तीन-चार दिन पहले, आशीष और अभय दिल्ली पहुंचे थे और उन्होंने अपने ठहरने के लिए मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा के पास कमरा लिया था।
कमरा बदलने और हत्या की योजना
विवेकानंद ने अपने कमरे का ताला बदलकर आशीष को एक चाबी दे दी थी। विवेकानंद का कमरा दिल्ली के सत्यम एंक्लेव इलाके में था, जो कोचिंग पढ़ाने के लिए खाली रहता था। इसी कमरे में तीनों ने मिलकर अंजलि को मारने की साजिश रची। जब अंजलि दिल्ली आई, तो उसे जान से मारने के बाद बैग में पैक किया गया और बाद में शव को कमरे में ही छोड़ दिया गया।
विवेकानंद की पत्नी को आई बदबू, पुलिस को किया सूचित
विवेकानंद की पत्नी, जो पटेल नगर इलाके में रहती थी, शुक्रवार को अचानक सत्यम एंक्लेव स्थित कमरे पर आ गई। वहां से निकल रही तेज बदबू और दरवाजे के नीचे से खून देखकर वह घबराई और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बरामद किया। शव के ऊपर ईंटों से वार किए गए थे, जो हत्या का साफ संकेत था।
समलैंगिक रिश्तों का खुलासा और हत्या की वजह
जांच के दौरान पुलिस ने यह भी पता लगाया कि आशीष, अभय और विवेकानंद के बीच समलैंगिक संबंध थे। अंजलि को डर था कि उसकी हत्या के बाद इनके रिश्तों का राज खुल सकता था। इसलिए तीनों ने मिलकर अंजलि को रास्ते से हटाने का फैसला किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार की रात तीनों ने मिलकर अंजलि की हत्या की और बाद में शव को बैग में पैक करके कमरे में छोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
पुलिस ने मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा और आरोपी अभय कुमार झा उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, आरोपी पति आशीष की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। विवेकानंद ने पूछताछ में बताया कि आशीष उसका दोस्त था और कुछ दिन पहले आशीष ने दिल्ली में रहने के लिए कमरे की व्यवस्था की थी। हालांकि, विवेकानंद अपने बयान में बार-बार बदलाव करता रहा। दूसरी ओर, अभय ने समलैंगिकता के कारण हत्या की बात स्वीकार की है।
समाज में समलैंगिकता को लेकर विचार
यह मामला समाज में समलैंगिक संबंधों के प्रति घृणा और उनकी गोपनीयता को लेकर कई सवाल उठाता है। इस तरह की जटिलताएं कभी-कभी खतरनाक परिणामों का कारण बन सकती हैं, जैसा कि इस हत्याकांड में देखा गया। यह घटना इस बात को भी दर्शाती है कि समाज में समलैंगिकता को लेकर खुलेआम चर्चा नहीं की जाती और इससे जुड़े रिश्ते अक्सर गुप्त रहते हैं, जो कभी-कभी खतरनाक मोड़ ले सकते हैं।