सैकड़ों गांव जलमग्न, बने बाढ़ जैसे हालात... मानसून की पहली बारिश ने इन राज्यों में मचाई तबाही
punjabkesari.in Friday, Jun 20, 2025 - 05:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के कई हिस्से इस वक्त भारी बारिश की चपेट में हैं। पश्चिम बंगाल, गुजरात और राजस्थान से बारिश की भयावह तस्वीरें सामने आई हैं। कहीं लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं, तो कहीं जलनिकासी के अभाव में आम जनजीवन ठप हो गया है।
पश्चिम बंगाल: गांवों में फंसे हजारों लोग
पश्चिम मिदनापुर जिले में लगातार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। गरबेटा-1 ब्लॉक की 11 और गरबेटा-2 की 3 ग्राम पंचायतें शिलावती नदी के पानी से पूरी तरह घिरी हुई हैं। चंद्रकोना और घाटाल अनुमंडल के इलाकों में बाढ़ की गंभीर स्थिति बनी हुई है।
प्रशासन की ओर से अब तक सैकड़ों परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है और कई इलाकों में खाद्य सामग्री और मेडिकल सहायता पहुंचाई जा रही है। पलाशिया इलाके में पाथरबेरिया नदी के पास कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं, जिनके लिए बचाव कार्य जारी है। बाढ़ से सड़कों और पुलों को भारी नुकसान हुआ है और संपर्क पूरी तरह टूट गया है। नदी के किनारे की सैकड़ों बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो चुकी है।
गुजरात: 23 जिलों में जलप्रलय जैसी स्थिति
गुजरात में बीते तीन दिनों से जारी मूसलधार बारिश ने कई जिलों को प्रभावित किया है। वलसाड जिले के वापी और पारडी तालुका में 7 और 5 इंच से अधिक वर्षा हुई है।
SEOC (State Emergency Operation Center) की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटों में गुजरात के 101 तालुकों में बारिश दर्ज की गई है। उमरगाम, खेरगाम, हांसोट और डांग में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। प्रशासन राहत और पुनर्वास के प्रयासों में जुटा है।
राजस्थान: जयपुर में पहली ही बारिश में ध्वस्त हुआ स्मार्ट सिटी मॉडल
जयपुर में मानसून की पहली बारिश ने स्मार्ट सिटी दावों की पोल खोल दी। हवा महल, चांदी के टकसाल और आमेर रोड जैसे व्यस्त इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। सड़कें जलमग्न और ट्रैफिक जाम से शहर जूझता रहा। लोगों ने प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठाए हैं, खासकर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर खर्च किए गए करोड़ों रुपए के बावजूद जलनिकासी व्यवस्था के फेल होने को लेकर नाराजगी जताई। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल यही होता है, लेकिन कोई स्थाई समाधान नहीं निकलता।