हाफिज सईद पर मुकद्दमा चलाने की कीमत बहुत बड़ी : असद दुर्रानी

punjabkesari.in Monday, May 28, 2018 - 05:19 AM (IST)

नई दिल्ली: आई.एस.आई. के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी का कहना है कि मुम्बई हमले के षड्यंत्रकत्र्ता और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद पर मुकद्दमा चलाने की कीमत बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप सईद पर मुकद्दमा चलाते हैं तो पहली प्रतिक्रिया होगी-यह भारत की ओर से है, आप उसे परेशान कर रहे हैं, वह निर्दोष है, आदि-आदि। राजनीतिक कीमत बहुत बड़ी है।’’ 

दुर्रानी ने सईद को हिरासत में लेने के बारे में लिखा है, ‘‘उसे अदालतों में ले जाया जाता था लेकिन उनके पास उसके खिलाफ (नया) कुछ नहीं होता था। अब भी संभव है कि विवाद की हवा निकालने के लिए उसे हिरासत में लिया जाए। 6 महीने में वह बाहर आ सकता है।’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या सईद की नजरबंदी का भारत-पाकिस्तान संबंधों पर कोई सकारात्मक परिणाम है तो उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल भारत-पाकिस्तान संबंध मोर्चे पर बहुत ही कम सकारात्मक चीजें हैं लेकिन इससे उस देश को एक बड़ी राहत मिल सकती है जो लगातार दबाव में है।’’ 

इस बीच पाकिस्तान की प्रभावशाली सेना ने दुर्रानी पर सैन्य आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और उन्हें उनकी पुस्तक ‘द स्पाई क्रोनिकल्स: रॉ, आई.एस.आई. एंड इल्यूजन ऑफ पीस’ को लेकर स्पष्टीकरण के लिए कल तलब किया है। 

सेना ने किसी सरकार को भारत से संबंध सुधारने से नहीं रोका
एक अन्य साक्षात्कार में दुर्रानी ने कहा कि आम मान्यता कि जब महत्वपूर्ण विदेश नीतियों की बात आती है तो पाकिस्तान की असैन्य सरकारें सेना के अधीन होती हैं, एक बहुत बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि उनके देश की सेना तथा खुफिया एजैंसी ने कभी भी इस्लामाबाद में किसी असैन्य सरकार को भारत के साथ अपने संबंध सुधारने से नहीं रोका, बशर्ते ऐसा अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के ‘मजबूत नियमों’ के आधार पर किया गया हो।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Pardeep

Recommended News

Related News