क्या है केशवानंद भारती मामला?, 13 जजों की संवैधानिक पीठ ने 1973 में सुनाया था ऐतिहासिक फैसला, वेबपेज पर मिलेगा सबकुछ

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2023 - 04:14 PM (IST)

नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक केशवानंद भारती मामले से जुड़ी दलीलों, लिखित प्रतिवेदनों और फैसले की जानकारी मुहैया कराने वाला एक वेब पेज सोमवार को लोगों, विशेष रूप से शोधकर्ताओं के लिए शुरू किया। संविधान के ‘मूल ढांचे' की अहम अवधारणा पेश करने वाले इस मामले पर सुनाए गए फैसले को 24 अप्रैल को 50 वर्ष पूरे हो गए।

प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने कहा, ‘‘हमने एक वेब पेज विशेष रूप से तैयार किया है, जिसमें केशवानंद भारती मामले से संबंधित सभी लिखित प्रतिवेदन और अन्य जानकारी हैं, ताकि विश्व भर के शोधकर्ता इसे पढ़ सकें।'' इस मामले में फैसला 50 साल पहले यानी 24 अप्रैल, 1973 को सुनाया गया था। अदालत कक्ष में मौजूद वकीलों ने इस कदम की सराहना की और कहा कि इससे कानून शोधकर्ताओं, छात्रों और वकीलों को काफी मदद मिलेगी।

तेरह न्यायाधीशों की एक पीठ ने छह के मुकाबले सात के बहुमत से ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए संविधान के ‘मूल ढांचे' की अवधारणा रखी थी। इसने संसद की संशोधन शक्ति को प्रतिबंधित करते हुए फैसला सुनाया था कि वह संविधान की मूल संरचना को नहीं छू सकती। ऐतिहासिक फैसले में इस धारणा की विवेचना की गयी कि संसद संविधान में कुछ भी संशोधन कर सकती है, लेकिन संविधान के मूलभूत ढांचे को वह संशोधित नहीं कर सकती जिसमें लोकतंत्र, न्यायिक स्वतंत्रता, अधिकारों का विभाजन तथा धर्मनिरपेक्षता शामिल है।

 


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Yaspal

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