जानिए क्या होता है कार्डियक अरेस्ट और क्या हैं इसके लक्षण? इन्हें नज़रअंदाज़ करना पड़ सकता है भारी
punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 11:14 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री शेफाली जरीवाला के निधन की खबर ने सबको चौंका दिया। एक्ट्रेस की मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। आजकल की तेज़-तर्रार ज़िंदगी और बदलती जीवनशैली के कारण कार्डियक अरेस्ट के मामले इतनी तेज़ी से बढ़ रहे हैं कि कई बार लोग चलते-फिरते या नाचते हुए भी अचानक इसका शिकार हो जाते हैं। आइए डिटेल में जानते हैं कि क्या है ये कार्डियक अरेस्ट और इसके बचाव के तरीके-
क्या है कार्डियक अरेस्ट?
कार्डियक अरेस्ट एक बेहद गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है, जिसमें दिल की धड़कन अचानक से रुक जाती है। इसे 'सडन कार्डियक अरेस्ट' भी कहा जाता है। इस स्थिति में अगर तुरंत इलाज न मिले तो जान बचाना बेहद मुश्किल हो सकता है। दिल के अचानक काम करना बंद कर देने से शरीर के बाकी अंगों, खासकर दिमाग को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे गंभीर क्षति हो सकती है या व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है।
कार्डियक अरेस्ट से पहले शरीर में दिखते हैं ये गंभीर लक्षण:
अच्छी बात यह है कि कार्डियक अरेस्ट से पहले हमारा शरीर कुछ चेतावनी के संकेत दे सकता है। अगर इन शुरुआती लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए और तुरंत चिकित्सा सहायता मिल जाए तो किसी की जान बचाई जा सकती है। आइए जानते हैं इसके कुछ प्रमुख शुरुआती लक्षण:
1. सीने में दर्द और भारीपन:
कार्डियक अरेस्ट से पहले व्यक्ति को अक्सर सीने में तेज दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है. यह दर्द सिर्फ मामूली नहीं होता, बल्कि सीने के बीच में तेज दबाव, जकड़न या सिकुड़न जैसा महसूस होता है। कई बार यह दर्द एक जगह न रहकर आपकी बांहों (खासकर बाईं बांह), पीठ, गर्दन और जबड़े तक फैल सकता है। अगर आपको ऐसे लक्षण लगातार या बार-बार महसूस हो रहे हैं तो इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह दिल के दौरे का भी लक्षण हो सकता है जो कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है।
2. सांस लेने में तकलीफ:
जब दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती या वह अच्छी तरह से काम नहीं कर पाता, तो व्यक्ति को सांस लेने में भारी दिक्कत हो सकती है। इस स्थिति में सांसें या तो बहुत धीमी हो जाती हैं या पूरी तरह से रुक जाती हैं। कई बार व्यक्ति हांफने लगता है या मुंह खोलकर सांस लेने की कोशिश करता है। यह लक्षण यह दर्शाता है कि दिल पर दबाव पड़ रहा है और वह शरीर की ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा है।
3. अचानक बेहोशी या चक्कर आना:
कार्डियक अरेस्ट होने पर व्यक्ति को अचानक चक्कर आने लगता है, जिससे वह बेहोश होकर गिर जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब दिल रक्त पंप करना बंद कर देता है, तो मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे व्यक्ति तुरंत होश खो बैठता है. कुछ मामलों में, व्यक्ति बेहोश होने से ठीक पहले कुछ अन्य लक्षण भी महसूस कर सकता है, जैसे:
- अचानक कमजोरी महसूस होना.
- ऐसा महसूस होना जैसे सब कुछ घूम रहा है और संतुलन बिगड़ रहा है.
- बिना किसी कारण के सांस लेने में कठिनाई होना.
ये सभी लक्षण इस बात की गंभीर चेतावनी हैं कि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर रहा है और इसे तत्काल चिकित्सा जांच की आवश्यकता है.
बचाव और जागरूकता:
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अपने दिल का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, तनाव कम करना और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराना दिल की बीमारियों से बचाव में मदद कर सकता है। यदि आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति इन लक्षणों का अनुभव करता है, तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता लें। समय पर सीपीआर (CPR) और डीफिब्रिलेशन (defibrillation) जीवन बचा सकता है।