Live Update:‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत सरकार का एक और बड़ा कदम, आर्मी चीफ को मिली टेरिटोरियल सेना बुलाने की छूट
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 10:29 PM (IST)

International Desk: पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना प्रमुख को अब यह विशेष अधिकार दे दिया है कि वे जरूरत पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी (TA) के सभी अधिकारियों और जवानों को तुरंत सेवा में बुला सकते हैं। इससे न केवल भारत की सुरक्षा व्यवस्था और मज़बूत होगी, बल्कि किसी भी आपात स्थिति में सेना की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी।
अब सेना प्रमुख खुद तय करेंगे टेरिटोरियल आर्मी की तैनाती
यह फैसला टेरिटोरियल आर्मी रूल्स 1948 के नियम 33 के तहत लिया गया है। मंत्रालय के मुताबिक, अब सेना प्रमुख को यह कानूनी अधिकार है कि वे किसी भी समय TA के जवानों को रेगुलर आर्मी की सहायता या स्वतंत्र सुरक्षा कार्यों के लिए तैनात कर सकें।
Live Update:
- सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ बृहस्पतिवार देर शाम प्रधानमंत्री आवास पर हुई सुरक्षा बैठक में शामिल।
- अपने छोटे भाई तथा मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारत के साथ कूटनीतिक रूप से तनाव कम करने की सलाह दी।
- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत से रिश्तों में नरमी की बात कर रहे हैं, वहीं पाकिस्तान की सेना और आईएसआई भारत के खिलाफ गुप्त हमलों की साजिशें रच रही हैं।
- पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। गुजरात और पंजाब के सीमावर्ती इलाके मुख्य निशाने पर रहे।
- भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए सैन्य संघर्ष के बीच नेपाल सरकार ने पाकिस्तान में पढ़ रहे अपने छात्रों की सुरक्षा का शुक्रवार को आश्वासन दिया।
- नेपाल सरकार ने पाकिस्तान में पढ़ रहे छात्रों से कहा कि जल्द दूतावास से संपर्क करें।
क्या है टेरिटोरियल आर्मी ?
टेरिटोरियल आर्मी एक रिजर्व फोर्स है, जिसमें ऐसे नागरिक शामिल हैं जो आमतौर पर अपने पेशेवर जीवन में व्यस्त रहते हैं, लेकिन आपात स्थिति में देश की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अब इन्हें किसी भी समय सीमा पर या भीतर तैनात किया जा सकेगा। फिलहाल टेरिटोरियल आर्मी के पास 32 इन्फेंट्री बटालियन हैं, जिनमें से 14 बटालियन को जरूरत के अनुसार उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, मध्य और अंडमान-निकोबार कमान सहित विभिन्न सैन्य क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। यह तैनाती रक्षा बजट या संबंधित मंत्रालयों के संसाधनों के अनुरूप होगी।
ऑपरेशन 'सिंदूर' के बाद रणनीतिक सतर्कता
भारत का यह कदम ऐसे वक्त में आया है जब सेना ने हाल ही में POK में ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने विफल कर दिया।
पाकिस्तानी हमलों का भारत ने दिया करारा जवाब
सेना के मुताबिक, पाकिस्तान ने रात 1 बजे के आसपास 15 भारतीय सैन्य ठिकानों** को निशाना बनाकर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। भारतीय सेना ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सीज़फायर उल्लंघनों का मुंहतोड़ जवाब दिया और सभी हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया।
भारत की चेतावनी: संप्रभुता की रक्षा सर्वोपरि
भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि वह देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए हर हाल में तैयार है। टेरिटोरियल आर्मी को तुरंत सक्रिय करने की शक्ति मिलने से अब सेना को आपात या युद्ध जैसी किसी भी स्थिति में तेज़ और प्रभावशाली जवाब देने की क्षमता मिल गई है।