अब और मजबूत होगी भारत की ताकत, जल्द ही स्वदेशी 'अस्त्र' मिसाइल की टेस्टिंग करेगा तेजस

punjabkesari.in Monday, Nov 23, 2020 - 02:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लद्दाख में चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच भारतीय वायुसेना अपनी ताकत ज्‍यादा से ज्‍यादा मजबूत करने में जुटी है। इसी कड़ी में वायुसेना एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। जल्द ही भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल अस्त्र का परीक्षण स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के जरिए किया जाएगा। 

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मिसाइल का ग्राउंड ट्रायल हो चुका है पूरा 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेट सुखोई के बाद सभी मौसम में इस्तेमाल होने वाली 'अस्त्र' मिसाइल का ग्राउंड ट्रायल पूरा हो चुका है। स्वदेशी मिसाइल 'अस्त्र' और स्वदेशी फाइटर जेट तेजस का फ्लाइट ट्रायल अगले कुछ महीनों में किया जाएगा। इसके अलावा DRDO की योजना 160 किमी की रेंज के साथ अस्त्र के मार्क -2 संस्करण का परीक्षण शुरू करने की भी है। 

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जानिए क्या है  पहली स्वदेशी मिसाइल की खासियत

  • ये दुनिया की बेहतरीन बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर टु एयर मिसाइलों में से एक है।
  • 3.57 मीटर लंबी और 154 किलो वजनी 'अस्त्र' मिसाइल ध्वनि की गति से 4.5 गुना तेज रफ्तार से दुश्मनों के टारगेट पर प्रहार करने में सक्षम है। 
  • इस मिसाइल की विशेषता है कि दुश्मन से चौतरफा घिरने की स्थिति में यह एक साथ कई टारगेट पर निशाना साध सकता है।
  • ये एक बियॉन्ड रेंज मिसाइल है यानि आंखों से दिखाई न देने वाले लक्ष्य को भी सटीकता से भेदने में सक्षम है। 
  • इस मिसाइल का 2003 से लेकर 2019 तक अलग-अलग लेवल पर 29 बार टेस्ट हो चुका है। 

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तेजस की खासियत इस प्रकार 

  • यह एक ‘स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान’ है, जिसे ‘विमान विकास एजेंसी’ तथा ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ के द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
  • यह सबसे छोटे-हल्के वज़न का एकल इंजन युक्त बहु-भूमिका निभाने वाला एक सामरिक लड़ाकू विमान है। 
  • इसे रूस के MIG-21 लड़ाकू विमानों पर अपनी निर्भरता को कम करने तथा स्वदेशी युद्ध संबंधी के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की ओर बढ़ने के उद्देश्य से तैयार किया गया था। 
     

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vasudha

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