क्या है टेल्स ऑफ Kama Sutra Festival? क्यों विवादों के बीच हुआ बंद, 'सेक्स टूरिज्म डेस्टिनेशन' को दे रहा था बढ़ावा
punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 02:52 PM (IST)
नेशनल डेस्क। गोवा में क्रिसमस के दौरान होने वाले 'टेल्स ऑफ कामसूत्र फेस्टिवल' को लेकर भारी बवाल मचने के बाद गोवा पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। बढ़ते सामाजिक और राजनीतिक विरोध के चलते गोवा पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए आयोजकों को यह विवादास्पद कार्यक्रम तुरंत रद्द करने का निर्देश दिया है। यह आरोप लगाया गया था कि यह आयोजन गोवा को 'सेक्स टूरिज्म डेस्टिनेशन' के रूप में बढ़ावा दे रहा था और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा था।
क्या था यह फेस्टिवल?
नाम: 'टेल्स ऑफ कामसूत्र फेस्टिवल'।
तारीख: इसे 25 से 28 दिसंबर तक (क्रिसमस के दौरान) गोवा में आयोजित करने की योजना थी।
आयोजक: इसे रजनीश फाउंडेशन के नाम से प्रचारित किया जा रहा था और संचालक के रूप में ओशो लुधियाना मेडिटेशन सोसाइटी से जुड़े स्वामी ध्यान सुमित का नाम था।
उद्देश्य: कार्यक्रम का उद्देश्य कामसूत्र से जुड़ी कहानियों, ध्यान सेशंस (Meditation Sessions) और वेलनेस गतिविधियों को पेश करना बताया गया था।
We have promptly taken cognizance of this matter and have directed organisers to not go ahead with the event. Organisers have also been directed to remove the advertisements from social media.
— Goa Police (@Goa_Police) November 23, 2025
Additionally, police stations have been directed to maintain vigil over upcoming… https://t.co/3XXj0pCJXL
NGO की शिकायत के बाद शुरू हुआ विवाद
पूरा मामला तब सामने आया जब गोवा स्थित NGO ARZ (Anyay Rahit Zindagi) के संस्थापक और निदेशक अरुण पांडे ने सोशल मीडिया और पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। पांडे ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में 'कामसूत्र' और 'क्रिसमस' को एक साथ जोड़कर गोवा को "सेक्स डेस्टिनेशन" की तरह प्रचारित किया जा रहा है जो धार्मिक रूप से भड़काऊ और राज्य की छवि को खराब करने वाला है। उन्होंने इस मामले में गोवा क्राइम ब्रांच में लिखित शिकायत दर्ज करने की भी मांग की थी।
पुलिस का सख्त हस्तक्षेप
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए गोवा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। वहीं गोवा पुलिस ने X (ट्विटर) पर पोस्ट साझा करते हुए जानकारी दी कि उन्होंने विज्ञापन पर संज्ञान लिया है और आयोजकों को निर्देश दिया है कि कार्यक्रम को तुरंत रद्द करें। इसके अलावा आयोजकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से सभी तरह के प्रमोशनल विज्ञापन हटाने को भी कहा गया है।
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धार्मिक और सामाजिक आपत्ति
इस कार्यक्रम पर केवल NGO ने ही नहीं बल्कि कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने भी कड़ी आपत्ति जताई।कांग्रेस यूनिट (सांत क्रूज़) ने इसे क्रिसमस जैसे धार्मिक उत्सव की भावना के खिलाफ बताया। स्थानीय संगठनों ने कहा कि क्रिसमस गोवा का एक महत्वपूर्ण पर्व है और इसके साथ 'कामसूत्र' जैसे विषय को जोड़ना सीधे तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।
वहीं पुलिस ने राज्य के सभी थानों को ऐसे प्रस्तावित कार्यक्रमों पर कड़ी नज़र रखने की हिदायत दी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यदि आयोजक किसी भी रूप में कार्यक्रम करवाने की कोशिश करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विवाद बढ़ने के बाद आयोजकों की तरफ से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
