अमेरिका में भारतीय संस्कृति का नया अध्यायः मंदिरों में तबदील हो रहे चर्च, बाइबिल नहीं अब गूंजते हैं वेद

punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 01:11 PM (IST)

International Desk: अमेरिका में वडताल स्वामीनारायण संप्रदाय ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने एक साथ तीन बड़े मंदिरों का निर्माण और उद्घाटन किया है। ये मंदिर अमेरिका के ओहायो राज्य के क्लीवलैंड, नॉर्थ कैरोलिना राज्य के राले  और  कैलिफोर्निया के फ्रीमॉन्ट  शहर में बनाए गए हैं। इन मंदिरों के निर्माण में 200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। सबसे खास बात यह है कि  क्लीवलैंड का मंदिर पहले एक  100 साल पुराना चर्च  था। इसे संप्रदाय ने  2023 में करीब 180 करोड़ रुपये में खरीदा था और केवल दो साल के भीतर मंदिर में बदल दिया। 

 

इस बदलाव में चर्च की  मूल ईसाई वास्तुकला को सुरक्षित रखा गया  लेकिन बाहर से इसे  भारतीय मंदिरों की तरह शिखर और गुंबद से सजाया गया है। इससे भारतीय परंपरा और पश्चिमी इतिहास का सुंदर मेल दिखाई देता है। क्लीवलैंड मंदिर की कुल ज़मीन 4.13 एकड़ है और मंदिर  19,196 वर्गफुट  में फैला है। यह मंदिर अब भारतीय मूल के प्रवासियों और स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन चुका है।स्वामीनारायण संप्रदाय ने अमेरिका और अन्य देशों में  कई पुराने चर्चों को खरीदकर उन्हें मंदिरों में बदला है। इनमें अमेरिका के वर्जीनिया, डेलावेयर, केन्टुकी, न्यू जर्सी, कैलिफोर्निया, साथ ही ब्रिटेन और कनाडा के चर्च शामिल हैं।
 

अमेरिका में मंदिर बनाना आसान नहीं था। इसके लिए संप्रदाय को 15 से ज्यादा सरकारी अनुमतियां लेनी पड़ीं। इसमें ज़ोनिंग, पर्यावरण, सुरक्षा और आग से जुड़ी मंजूरी शामिल थीं। बावजूद इसके, संप्रदाय ने यह काम समय पर और भव्य रूप से पूरा किया।यह सिर्फ धार्मिक भवन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अमेरिका में विस्तार है। ये मंदिर वहां रहने वाले भारतीयों को अपनी  जड़ों से जोड़ते हैं और दुनिया को भारत की आध्यात्मिक विरासत से परिचित कराते हैं। 

 

 


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Content Writer

Tanuja

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