Nepal Crisis Update: सुशीला कार्की बनेंगी अंतरिम प्रधानमंत्री! आर्मी और Gen-Z से बातचीत शुरू, प्रदर्शनों में 31 मौतें और 1000 घायल

punjabkesari.in Thursday, Sep 11, 2025 - 12:29 PM (IST)

International Desk: नेपाल की राजधानी काठमांडू में जेन-ज़ेड (Gen-Z) आंदोलन से भड़की हिंसा ने पूरे देश की राजनीति को हिला दिया है। लगातार तीसरे दिन सेना ने हालात को काबू में रखने के लिए कर्फ्यू लागू किया हुआ है। अब तक इस आंदोलन में 31 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हैं। इस बीच देश में नई अंतरिम सरकार के गठन की कोशिशें तेज हो गई हैं और सूत्रों के मुताबिक नेपाल की पहली महिला चीफ़ जस्टिस रह चुकीं सुशीला कार्की अंतरिम प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं।

 

आर्मी और Gen-Z के बीच बातचीत
गुरुवार सुबह 10:30 बजे सेना मुख्यालय में Gen-Z प्रतिनिधियों और सैन्य अफसरों के बीच दूसरे दौर की बातचीत हुई। बुधवार शाम को हुई पहली बैठक बेनतीजा रही थी। सेना ने सभी दलों और नेताओं से भी राय मांगी है ताकि राजनीतिक गतिरोध का हल निकाला जा सके। पूर्व पीएम प्रचंड ने कहा-“यह आंदोलन लोकतंत्र के खिलाफ नहीं, बल्कि लोकतंत्र को और मज़बूत बनाने के लिए है।” नेपाल आज राजनीतिक संक्रमण के सबसे बड़े दौर से गुजर रहा है। अब सबकी निगाहें सुशीला कार्की की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार और आने वाले चुनावों पर टिकी हैं। 

 

सुशीला कार्की को मिला समर्थन
सूत्रों के अनुसार, सुशीला कार्की को काठमांडू के मेयर बालेन शाह और Gen-Z युवाओं का मजबूत समर्थन प्राप्त है। माना जा रहा है कि सुशीला अंतरिम सरकार में बालेन शाह की “प्रॉक्सी” की तरह काम करेंगी और जब चुनाव होंगे, तब बालेन शाह खुद मैदान में उतरेंगे।

 

नेपाली कांग्रेस की मांग
नेपाली कांग्रेस नेता प्रदीप पौडेल ने संविधान में संशोधन की मांग की है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा-“देश में राजनीतिक शून्यता को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय सहमति सरकार बननी चाहिए और छह महीने के भीतर पार्टी का महाधिवेशन होना चाहिए।”

 

वरिष्ठ नेताओं को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया
लगातार हिंसा और हमलों को देखते हुए सेना ने पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली, प्रचंड और माधव नेपाल समेत कई बड़े नेताओं को राजधानी से करीब 30 किमी दूर शिवपुरी स्थित आर्मी कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। मंगलवार दोपहर ओली ने पीएम पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद सेना ने हेलीकॉप्टर से उन्हें वहां पहुंचाया।

 

रामछेपा जेल में गोलीकांड
गुरुवार को रामछेपा जेल में कैदियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई। भागने की कोशिश कर रहे कैदियों पर सेना ने गोली चलाई, जिसमें 3 कैदी मारे गए और 14 घायल हुए। फिलहाल जेल पर सेना का पूरा कंट्रोल है। 


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Content Writer

Tanuja

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