यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए मैक्रों चीन पहुंचे, शी जिनपिंग से करेंगे अहम बातचीत

punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 07:44 PM (IST)

Bejing: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बुधवार को तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर चीन पहुंचे, जहां वह व्यापार और कूटनीतिक वार्ताओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य रूस पर यूक्रेन में युद्धविराम के लिए दबाव बनाने में बीजिंग का सहयोग प्राप्त करना है। मैक्रों के कार्यालय के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति आर्थिक और व्यापारिक मामलों में सहयोग के ऐसे एजेंडे की वकालत करेंगे, जिसका लक्ष्य ‘‘संतुलित, टिकाऊ और सभी को लाभ देने वाली विकास प्रक्रिया'' सुनिश्चित करना है। फ्रांस, चीनी कंपनियों से अधिक निवेश आकर्षित करने और फ्रांसीसी निर्यात के लिए बाजार तक आसान पहुंच की कोशिश कर रहा है।

 

Macron lands in China for his 4th state visit

The mission: 🅱️alance $800B in EU-China trade while pushing back on cheap steel flooding Europe, EV tariffs, and rare earth dominance.

Xi meets him Thursday. Taiwan tensions loom.

Europe's tightrope moment in a multipolar world. pic.twitter.com/1PNGtm78Nr

— Boi Agent One (@boiagentone) December 3, 2025

यात्रा के दौरान ऊर्जा, खाद्य उद्योग और विमानन क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। बीजिंग के एक हवाईअड्डे पर विमान से उतरते समय मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट ओवरकोट पहने हुए थे। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने उनका स्वागत किया और बातचीत के बाद फ्रांसीसी दंपत्ति लिमोज़ीन से रवाना हुए। फ्रांस 2026 में दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के जी7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जबकि चीन 21 सदस्यीय एपेक(एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग) मंच की अध्यक्षता करेगा। मैक्रों और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच वार्ताओं में रूस-यूक्रेन युद्ध भी प्रमुख मुद्दा रहेगा। सोमवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ पेरिस में हुई बैठक के बाद मैक्रों संभावित युद्धविराम शर्तों पर बातचीत आगे बढ़ा रहे हैं।

 

Macron arrives in China for talks with Xi on trade ties and Russia’s war in Ukraine https://t.co/BvwaoNXyDN pic.twitter.com/U2EbNOCD7U

— New York Post (@nypost) December 3, 2025

फ्रांस के एक शीर्ष राजनयिक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि चीन, रूस को जल्द से जल्द युद्धविराम की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए मनाएं और फिर वार्ता के जरिए यूक्रेन के लिए ठोस सुरक्षा गारंटी सुनिश्चित की जाए।'' फ्रांस ने यह अपेक्षा भी जताई कि चीन “रूस को युद्ध जारी रखने में किसी भी तरह की मदद प्रदान करने से बचे।” वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन संकट के समाधान के लिए संवाद और वार्ता जरूरी है और चीन “शांति की दिशा में सभी प्रयासों” का समर्थन करता है। एपी

 


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Content Writer

Tanuja

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