लाइट्स ऑफ, डर ऑन! तेज सायरन की आवाज और छा गया सन्नाटा... एयरपोर्ट पर 15 मिनट के अंधेरे ने मचाया हड़कंप
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 10:04 AM (IST)

नेशनल डेस्क। 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद काशी में एहतियाती कदम उठाते हुए प्रशासन ने ब्लैकआउट ड्रिल का आयोजन किया। सायरन बजते ही बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशनों, पुलिस लाइन परिसर और काशी विद्यापीठ परिसर तक अलग-अलग समय पर अंधेरा छा गया जिससे लोगों को आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया गया।
एयरपोर्ट पर 15 मिनट अंधेरा, व्यापारियों ने भी किया सहयोग
बाबतपुर एयरपोर्ट पर शाम 7 बजे से 7:15 बजे तक 15 मिनट के लिए ब्लैकआउट किया गया। कार्यवाहक एयरपोर्ट निदेशक की उपस्थिति में एयरपोर्ट संपर्क मार्ग की लाइटें भी बंद रखी गईं। वहीं गोलघर पुरानी साड़ी मंडी में व्यापारियों ने रात 9 बजे ब्लैकआउट करके प्रशासन के इस प्रयास में अपना सहयोग दिया।
पुलिस लाइन और विश्वविद्यालय में भी अंधेरा
पुलिस लाइन में रात 8:40 बजे ब्लैकआउट हुआ जबकि काशी विद्यापीठ परिसर में बुधवार की देर शाम 7:30 बजे से 8:30 बजे तक अंधेरा छाया रहा। इसके अलावा बरेका परिसर में रात 8 बजे से 8:10 बजे तक ब्लैकआउट किया गया। बरेका परिसर में रात 8 बजे मॉक ड्रिल का भी आयोजन हुआ जिसमें आपातकालीन स्थितियों से निपटने का अभ्यास किया गया।
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सायरन से जागी सतर्कता
इससे पहले सुबह 6 बजे पुलिस लाइन में सायरन बजाया गया जिससे लोग तुरंत सतर्क हो गए और सुरक्षित स्थानों की ओर बढ़ने लगे। बुधवार को पुलिस लाइन में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और सिविल डिफेंस की टीमों ने संयुक्त रूप से हवाई हमले और बचाव का प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों को आपातकालीन स्थितियों में खुद को बचाने के विभिन्न तरीके बताए गए।
एनडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल में घायलों को सुरक्षित निकालकर दिखाया और गैस सिलेंडर में आग लगने पर उसे बुझाने का भी प्रशिक्षण दिया। उप सेनानायक 11वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की उपस्थिति में रिजर्व पुलिस लाइंस कमिश्नरेट वाराणसी के परेड ग्राउंड में गृह मंत्रालय, भारत सरकार और उप शासन के निर्देशों के अनुसार यह महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल आयोजित की गई जिसका उद्देश्य 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए शहर की तैयारियों को परखना और मजबूत करना था।