दोस्त के साथ इंटर की परीक्षा देने जा रहा था छात्र...रास्ते में मौत, फिर लाश को कार की डिक्की में रख....
punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2025 - 10:02 PM (IST)
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नेशनल डेस्क: बिहार के औरंगाबाद जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में इंटरमीडिएट परीक्षा देने जा रहे दो छात्रों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा उस समय हुआ जब दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में कुटुंबा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी 18 वर्षीय हिमांशु की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि उसके साथी 17 वर्षीय राहुल कुमार की मौके पर ही जान चली गई। वहीं, 16 वर्षीय मौसम कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया।
शव वाहन न मिलने पर कार की डिक्की में रखा गया शव
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की कार्रवाई शुरू की। लेकिन जब परिजनों ने शव वाहन की मांग की, तो अस्पताल प्रशासन ने वाहन उपलब्ध न होने की बात कही। अस्पताल का कहना था कि एकमात्र शव वाहन कहीं और गया हुआ था और लौटने में समय लगेगा।
तीन घंटे तक इंतजार करने के बाद, परिजन शव को कार की डिक्की में रखकर पोस्टमॉर्टम हाउस ले जाने को मजबूर हुए। किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन की कड़ी आलोचना होने लगी।
नेताओं ने जताई नाराजगी, अस्पताल प्रबंधन पर सवाल
घटना के बाद राजद नेता इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल व्यवस्था के अभाव का शिकार हो चुका है और यहां मानवीय मूल्यों की कोई परवाह नहीं की जाती। शव को सम्मानपूर्वक घर तक पहुंचाने के लिए मॉर्च्युरी वाहन उपलब्ध कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है, लेकिन पूरा सिस्टम फेल नजर आ रहा है।
कैसे हुआ हादसा?
- घटना ओबरा थाना क्षेत्र के देवकली शिव मंदिर के पास एनएच-139 पर हुई।
- हिमांशु, राहुल और मौसम एक बाइक पर परीक्षा केंद्र जा रहे थे, तभी दूसरी बाइक से आमने-सामने टक्कर हो गई।
- दूसरी बाइक का सवार दुर्घटना के बाद मौके से फरार हो गया।
- हादसे के बाद सड़क सुरक्षा रोकथाम समिति के सदस्यों ने तीनों घायलों को ओबरा के सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया।
- इलाज में देरी के कारण राहुल की मौत हो गई, जबकि हिमांशु ने औरंगाबाद सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया।
- गंभीर रूप से घायल मौसम कुमार को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया।
मृत छात्रों की पारिवारिक स्थिति
- हिमांशु अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, उसकी एक छोटी बहन है।
- राहुल दो भाइयों और एक बहन का भाई था, उसकी बहन की शादी की तैयारियां चल रही थीं और शनिवार को छेका समारोह था।
- हिमांशु और मौसम इंटरमीडिएट के साइंस स्टूडेंट थे और केमिस्ट्री की परीक्षा देने जा रहे थे।
यह हादसा न केवल सड़क सुरक्षा की लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि अस्पताल प्रशासन की अव्यवस्था को भी उजागर करता है। एक ओर परिवार अपने बेटों की परीक्षा की तैयारी में था, दूसरी ओर मौत ने उनके सपनों को छीन लिया। अब देखना होगा कि **अस्पताल