फर्स्ट से 8वीं क्लास तक के बच्चों को हफ्ते के 2 दिन स्कूल में मिलेगा दूध...इस राज्य सरकार ने लिया फैसला

punjabkesari.in Wednesday, Nov 30, 2022 - 12:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना एवं मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफार्म वितरण योजना का मंगलवार को शुभारंभ करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को सप्ताह में दो दिन दूध देने की घोषणा की। गहलोत ने इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों के बीच यूनिफॉर्म का वितरण किया और कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता से काम कर रही है और इस दिशा में ये दोनों ही योजनाएं महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफार्म वितरण योजना के अंतर्गत राजकीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ के विद्यार्थियो को ड्रेस के दो सेट के लिए कपड़ा मिलेगा और सिलाई के लिए प्रति विद्यार्थी 200 रुपए सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित किए जाएंगे।

 

उन्होंने कहा कि कक्षा एक से आठ तक राजकीय विद्यालयों में करीब 67.58 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं और इस योजना पर 500.10 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि अब शिक्षक और अभिभावक सुनिश्चित करें विद्यार्थी विद्यालय में नियमित यूनिफार्म पहनकर आएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल गोपाल योजना के तहत राज्य में मिड-डे मील कार्यक्रम से लाभान्वित राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों, मदरसों एवं विशेष प्रशिक्षण केन्द्रों में अध्ययनरत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को ‘मिल्क पाउडर' से तैयार दूध मंगलवार एवं शुक्रवार को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूध का वितरण प्रार्थना के बाद होगा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अध्यापक, अभिभावक या स्कूल प्रबंधनप कमेटी के सदस्य दूध चखेंगे। गहलोत ने कहा कि इस योजना पर राज्य सरकार द्वारा 476.44 करोड़ रुपए वहन किए जाएंगे।

 

उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, उड़ान योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के लिए शिक्षकों की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा विद्यार्थियों और युवाओं को तमाम सुविधाएं प्रदान की जा रही है। शिक्षा के साथ नौकरियां देने में भी प्रदेश अग्रणी रहा है। अभी तक 1.35 लाख नौकरियां दी गई हैं और करीब 1.25 लाख प्रक्रियाधीन हैं और एक लाख नौकरी की घोषणा बजट में की गई है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डा बीडी कल्ला ने कहा कि बच्चों के लिए दूध के समान कोई औषधि नहीं है और एक समान यूनिफार्म से विद्यार्थियों में समानता का विचार बढ़ेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Seema Sharma

Recommended News

Related News