PM मोदी के युवा कश्मीरी 'दोस्त' नाजिम की कहानी, वायरल हुई सेल्फी

punjabkesari.in Thursday, Mar 07, 2024 - 07:05 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कश्मीरी युवा नाजिम नजीर के लिए यह सपने सच होने जैसा पल था जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल उनके साथ एक सेल्फी ली बल्कि उन्हें अपना 'दोस्त' भी कहा। नजीर ने एक सफल मधुमक्खी पालन इकाई स्थापित की हुई है। वह उन युवाओं में से एक थे जिन्हें बख्शी स्टेडियम में प्रधानमंत्री की सार्वजनिक रैली के बाद मोदी के साथ बातचीत करने का अवसर मिला था।

प्रधानमंत्री ने बाद में नजीर के साथ ली गई सेल्फी को पोस्ट करते हुए एक ट्वीट भी किया। प्रधानमंत्री ने 'एक्स' पर की गई पोस्ट में कहा, “मेरे दोस्त नजीर के साथ एक यादगार सेल्फी। मैं उनके अच्छे काम से बेहद खुश हूं। जनसभा के बाद उन्होंने एक सेल्फी का अनुरोध किया और मुझे उनसे मिलकर खुशी हुई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।

पुलवामा जिले के युवा लड़के के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मधुमक्खी पालन से क्षेत्र में 'मीठी क्रांति' लाए हैं। मोदी ने नजीर की कहानी सुनने के बाद कहा कि हमने हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के बारे में तो सुना था, लेकिन आप ‘मीठी क्रांति' लेकर आए हैं। नजीर ने कहा कि उन्होंने शौक के तौर पर दो बक्सों में मधुमक्खी पालन शुरू किया था, लेकिन जल्द ही बक्सों की संख्या 25 तक बढ़ाने के लिए एक सरकारी योजना का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन से सबसे पहले मैंने 75 किलोग्राम शहद निकाला, जिससे मैंने 60,000 रुपये कमाए। इसके बाद मैंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत पांच लाख रुपये का ऋण लिया और मधुमक्खी पालन के लिए 200 और बक्से जोड़े। ऐसे में शहद की उपज अच्छी हुई और ऑनलाइन विपणन के माध्यम से हमने लगभग 5000 किलोग्राम शहद बेचा।

नजीर ने कहा कि उन्होंने मधुमक्खी पालन उद्यम में बक्सों की संख्या 2000 तक बढ़ा दी है। साथ ही 100 और युवाओं को इसमें शामिल किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें 2023 में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की सदस्यता मिली। अब हम विभिन्न प्रदर्शनियों में प्रति स्टॉल एक लाख रुपये कमाते हैं। मोदी ने नजीर को यह सुझाव दिया कि उन्हें यह अध्ययन करने के लिए ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करना चाहिए कि कैसे मध्य एशिया में मधुमक्खी पालक मधुमक्खियों को पालते समय विभिन्न फसलों का उपयोग करते हैं ताकि उन्हें शहद के विभिन्न स्वाद मिल सकें।

उन्होंने नजीर को बताया कि मध्य एशिया का शहद अलग क्यों हैं इसे जानने के लिए वह ऑनलाइन अध्ययन करें। उन्होंने नजीर को बताया कि वे अलग-अलग फसलों के दौरान शहद के अलग स्वाद के लिए मधुमक्खियां पालते हैं। इसके लिए मोदी ने उत्तराखंड का उदाहरण देते हुए कहा कि हिमालीय राज्य में यह सफल रहा है। प्रधानमंत्री ने नजीर से कहा कि आप युवाओं को दिशा दे रहे हैं। आप देश की ताकत बन रहे हैं। मैं आपको धन्यवाद देता हूं।


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Content Writer

Yaspal

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