दिल्ली में नवरात्रि के मौके पर आज से नहीं खुलेंगी मीट की दुकानें, ओवैसी बोले- ''मांस भी प्याज और लहसुन की तरह सिर्फ भोजन है''
punjabkesari.in Tuesday, Apr 05, 2022 - 09:59 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में इन दिनों माता के नवरात्रों की धूम है। ऐसे में राजधानी दिल्ली में नवरात्रि को लेकर सियासी बवाल छिड़ा हुआ है। दरअसल, साउथ दिल्ली के मेयर मुकेश सुर्यान ने नवरात्रि के मौके पर मंदिरों के करीब खुलने वाली मीट की दुकानों को बंद करने का फैसला किया है उन्होंने मीट बेचने वाली दुकानों को 11 अप्रैल तक बंद रखने का आदेश दिया है।
मांस भी प्याज और लहसुन की तरह सिर्फ भोजन
वहीं इस फैसले पर AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब देते हुए कहा, मांस भी प्याज और लहसुन की तरह सिर्फ भोजन है। साउथ दिल्ली के मेयर ने कमिश्नर को इस बारे में चिट्ठी लिखकर निर्देश दिए हैं कि 11 अप्रैल तक नवरात्रि हैं इस दौरान श्रद्धालु मां दुर्गा की उपासना करते हैं और अपने और परिजनों के लिए मां से आशीर्वाद लेने के लिए मंदिर जाते हैं। इन दिनों में श्रद्धालु केवल शाकाहारी भोजन करते हैं कुछ लोग प्याज और लहसुन का भी इस्तेमाल नहीं करते। मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन वर्जित रहता है लेकिन मंदिर के आसपास और खुले में मीट बिकने से श्रद्धालु असहज महसूस करते हैं।
Modi wants ease of doing business for big industrialists & ease of bigotry for ideological henchmen. Who will compensate for income loss? Meat is not impure, it’s just food like garlic or onion. Not just 99%. 100% of people have the choice to not buy meat if they don’t want to https://t.co/o5z3s7MOfN
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 4, 2022
100% लोगों के पास मांस नहीं खरीदने का विकल्प है
इस फैसले के बाद AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट कर लिखाै कि मोदी बड़े उद्योगपतियों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और वैचारिक गुर्गों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस चाहते हैं, इससे होने वाले नुकसान की भरपाई कौन करेगा? मांस अशुद्ध नहीं है, यह लहसुन या प्याज की तरह ही सिर्फ भोजन है, अगर लोग मीट खरीदना नहीं चाहते तो सिर्फ 99% नहीं 100% लोगों के पास मांस नहीं खरीदने का विकल्प है।