महाराष्ट्र में GBS वायरस की वजह से अब तक 5 की मौत, कुल मामले 149 हुए

punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 10:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क : महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के कारण मरने वालों की संख्या शनिवार को पांच हो गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जनकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में तंत्रिका संबंधी दुर्लभ विकार जीबीएस के अब तक 149 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। पुणे के वारजे इलाके के 60 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार को यहां श्वसन संबंधी दिक्कतों के कारण मौत हो गई। व्यक्ति में जीबीएस की पुष्टि हुई थी। इससे पहले, राज्य में जीबीएस से चार लोगों की मौत हुई थी।

स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, राज्य में 149 संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें से 124 में जीबीएस की पुष्टि हुई है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘29 मरीज पुणे शहर से हैं, 82 पीएमसी (पुणे नगर निगम) क्षेत्र में नए जोड़े गए गांवों से, 17 पिंपरी चिंचवड़ से, 13 पुणे ग्रामीण से और आठ अन्य जिलों से हैं।'' ज़्यादातर मामले पुणे और उसके आस-पास के इलाकों से हैं। पुणे शहर के अलग-अलग इलाकों से पानी के कई नमूने रासायनिक और जैविक विश्लेषण के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।

परीक्षण में आठ जल स्रोतों के नमूने दूषित पाए गए हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पुणे शहर के विभिन्न हिस्सों से कुल 160 जल के नमूने रासायनिक और जैविक विश्लेषण के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अधिकारी ने बताया कि सिंहगढ़ रोड इलाके में कुछ निजी बोरवेल से लिए गए नमूनों में से एक में एस्चेरिचिया कोली या ई-कोली बैक्टीरिया पाया गया।

उन्होंने बताया कि पानी में ई.कोली का होना मल या पशु अपशिष्ट संदूषण का संकेत है और बैक्टीरिया की व्यापकता जीबीएस संक्रमण का कारण बन सकती है। जीबीएस एक दुर्लभ विकार है, जिसमें शरीर के हिस्से अचानक सुन्न पड़ जाते हैं और मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है। इसके साथ ही इस बीमारी में हाथ पैरों में गंभीर कमजोरी जैसे लक्षण भी होते हैं। माना जाता है कि दूषित भोजन और पानी में पाया जाने वाला ‘बैक्टीरिया कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी' इस प्रकोप का कारण है।


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News Editor

Parveen Kumar

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