Gold-Silver New Rates : साल के अंत में सोना-चांदी का महा-धमाका, निवेशक हुए मालामाल, जानें आज के ताज़ा रेट
punjabkesari.in Sunday, Dec 28, 2025 - 09:49 AM (IST)
Gold-Silver New Rates : साल 2025 विदा होने को है लेकिन जाते-जाते कीमती धातुओं के बाजार में ऐसी सुनामी आई है जिसने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। सोने और चांदी की कीमतों ने इतिहास के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। जहां चांदी की कीमत में महज पांच दिनों के भीतर 32,000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा का उछाल आया है वहीं सोना भी 1.40 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को छूने की तैयारी में है।
चांदी की रॉकेट जैसी रफ्तार
साल 2025 में चांदी निवेश का सबसे शानदार विकल्प (Hero of Commodities) बनकर उभरी है। औद्योगिक मांग और वैश्विक संकेतों के कारण इसके दाम आसमान छू रहे हैं:
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MCX (वायदा बाजार): 19 दिसंबर को चांदी 2,08,439 रुपये पर थी जो शुक्रवार तक बढ़कर 2,40,935 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। यानी सिर्फ 5 दिनों में 32,496 रुपये की भारी तेजी।
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घरेलू बाजार (IBJA): हाजिर बाजार में चांदी एक हफ्ते में 28,040 रुपये महंगी होकर 2,28,107 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई।
सोना भी हुआ और पीला
सोने की चमक भी लगातार बढ़ती जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर एक हफ्ते के भीतर 10 ग्राम सोने के दाम में 5,744 रुपये का इजाफा हुआ है।
| गोल्ड क्वालिटी (IBJA) | ताजा रेट (प्रति 10 ग्राम) |
| 24 कैरेट (शुद्ध सोना) | 1,37,956 रुपये |
| 22 कैरेट (ज्वेलरी) | 1,34,650 रुपये |
| 18 कैरेट | 1,11,740 रुपये |
| 14 कैरेट | 88,980 रुपये |
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क्यों आ रही है इतनी भारी तेजी?
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार इस उछाल के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:
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कमजोर डॉलर: अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने निवेशकों को सोने-चांदी की ओर आकर्षित किया है।
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US FED रेट कट: अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने इसे एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven) बना दिया है।
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इंडस्ट्रियल डिमांड: इलेक्ट्रॉनिक और सोलर इंडस्ट्री में चांदी की भारी मांग ने इसकी कीमतों में आग लगा दी है।
खरीदारों के लिए जरूरी बात
यदि आप इस समय ज्वेलरी खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ध्यान रखें कि ऊपर दिए गए रेट्स (IBJA) पर आपको 3% GST और मेकिंग चार्ज (घड़ाई शुल्क) अलग से देना होगा। मेकिंग चार्ज अलग-अलग ज्वेलर्स के हिसाब से बदल सकता है जिससे अंतिम कीमत और बढ़ जाती है।



