पुलिस हिरासत में अतीक-अशरफ की हत्या शर्मनाक, सिब्बल बोले- लोगों का इस हत्याकांड पर जश्न मनाना सरासर गलत

punjabkesari.in Sunday, Apr 23, 2023 - 08:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हफ्ते भर पहले हुई हत्या को रविवार को शर्मनाक करार देते हुये आशंका जताई कि इस दोहरे हत्याकांड की सच्चाई को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब जनता को शायद कभी नहीं मिल सकेंगे। गौरतलब है कि पत्रकार बनकर आए तीन लोगों ने अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में 15 अप्रैल की रात मीडिया के कैमरों के सामने उस वक्त हत्या कर दी थी, जब पुलिसकर्मी दोनों को स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल ले जा रहे थे।

दोनों लोगों की हत्या की घटना शर्मनाक
सिब्बल ने यहां आयोजित ‘‘प्रेस से मिलिए'' कार्यक्रम के दौरान कहा कि पुलिस हिरासत में इन दोनों लोगों की हत्या की घटना शर्मनाक है। उन्होंने कहा,‘‘सबसे पहला सवाल तो यह है कि रात के 10:30 बजे आखिर ऐसी कौन-सी आकस्मिक स्थिति थी कि दोनों को हथकड़ी पहनाकर पैदल अस्पताल ले जाना पड़ा। उनके अस्पताल आने के बारे में मीडिया को कैसे पता चल गया।" राज्यसभा सदस्य ने यह सवाल भी उठाया कि दोहरे हत्याकांड के तीनों आरोपी एक-दूसरे को नहीं जानते थे, फिर वे इस वारदात को अंजाम देने के लिए एक ही स्थान और एक ही वक्त पर एक साथ कैसे पहुंच गए।

इस हत्याकांड पर वाह-वाह कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि दोहरे हत्याकांड पर ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उन्हें शक है कि इनका जवाब जनता को शायद कभी नहीं मिल सकेगा। सिब्बल ने कहा, ‘‘सबसे शर्मनाक बात यह है कि लोग इस हत्याकांड पर वाह-वाह कर रहे हैं और जश्न मना रहे हैं, जैसे उन्हें कानून की कोई जरूरत ही नहीं है।'' उन्होंने यह भी कहा, ‘‘दोहरे हत्याकांड के तीनों आरोपी गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं और ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। इस घटना (दोहरे हत्याकांड) से साफ जाहिर होता है कि जो बच्चे शिक्षा और रोजगार हासिल नहीं करेंगे, वे ऐसे ही काम करेंगे।'' कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में मंत्री रहे सिब्बल ने दावा किया कि फिलहाल देश ‘‘बड़े संकट'' में है और संसद, चुनाव आयोग और विश्वविद्यालयों समेत कई राष्ट्रीय संस्थाओं पर "कब्जा'' हो चुका है।

कांग्रेस में अपनी वापसी पर कही ये बात 
उन्होंने कहा, ‘‘आज लगता है कि देश का नक्शा दो खेमों में बंटा हुआ है। जहां भाजपा के विपक्षी दलों की सरकारें हैं, वहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दरवाजा खुला है और जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहां ईडी का दरवाजा बंद है। ऐसा हमने पहले कभी नहीं देखा।'' सिब्बल ने एक सवाल पर जोर देकर कहा कि हालांकि वह अभी कांग्रेस में नहीं हैं, लेकिन खुद को ‘‘कांग्रेसमैन'' मानते हैं क्योंकि वह इस दल की विचारधारा को कभी नहीं छोड़ सकते। बहरहाल, उन्होंने कांग्रेस में अपनी वापसी की संभावनाओं को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक साल पहले ही सार्वजनिक बयान दे चुका हूं कि अब मैं किसी भी पार्टी से नहीं जुड़ूंगा और अपनी मौत के वक्त भी भाजपा में शामिल नहीं होऊंगा।"


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Content Editor

rajesh kumar

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