कड़ी सुरक्षा व साफ मौसम के चलते16वें दिन यात्रा ने 3 साल का रिकार्ड तोड़ा

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2019 - 03:43 PM (IST)

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जालन्धर (नरेश): श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान जारी भक्तों के उत्साह के चलते यात्रा 16 दिन में 2 लाख के पार पहुंच गई है। 16वें दिन 11,539 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। अब तक यात्रा ने पिछले 3 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। 2016 में पहले 16 दिन में 1,72,851 श्रद्धालुओं ने गुफा पर माथा टेका था जबकि 2017 में 16 दिन के दौरान 1,86,853 और 2018 में पहले 16 दिन 1,65,006 श्रद्धालुओं को पवित्र शिवलिंग के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है जबकि इस साल 16 दिन में 2,05,084 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। 

सुरक्षा के चलते बढ़ा यात्रियों का उत्साह
पिछले कुछ सालों में यात्रा के पहले या यात्रा के दौरान कश्मीर में आतंकी घटनाएं हुईं लिहाजा श्रद्धालु सुरक्षा को लेकर कुछ हद तक चिंतित थे जिसके चलते यात्रा धीमी चल रही थी लेकिन इस बार यात्रा से पहले या अब तक की यात्रा के दौरान कोई आतंकी घटना नहीं हुई हैं। इससे श्रद्धालुओं का हौसला बढ़ा है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में इन दिनों राज्यपाल का शासन है और राज्य की कमान सीधे तौर पर केंद्र के हाथ में है। लिहाजा स्थानीय स्तर पर कोई दखल न होने के चलते सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जा रही। यात्रा के दोनों मार्गों बालटाल और पहलगाम में यात्रा मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं। ये सुरक्षा बल न सिर्फ सुरक्षा को लेकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं बल्कि मानवीय स्तर पर भी श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद कर रहे हैं। 

यात्रा बहुत अच्छी चल रही है और लंगर लगाने वाली संस्थाओं में भी काफी उत्साह है और लग रहा है यात्रा 2015 का रिकार्ड तोड़ेगी। बड़ी संख्या में भोले के भक्तों के यात्रा पर आने के लिए लंगर लगाने वाली संस्थाओं ने भी तैयारी की हुई है क्योंकि ये संस्थाएं उस समय भी यात्रा के दौरान अंत तक लंगर चलाती थीं जब यात्रा 6 लाख के पार जाती थी। लिहाजा श्रद्धालुओं के लिए लंगर की किसी प्रकार की कमी नहीं है। -राजन कपूर, अध्यक्ष जय बाबा बालक नाथ, अमरनाथ सेवा समिति, लुधियाना

मौसम ने भी दिया साथ
पिछले साल पहले 5 दिन यात्रा के दौरान मौसम में गड़बड़ी के चलते यात्रा बाधित हुई थी लेकिन इस साल अब तक मौसम ने पूरा साथ दिया है। हालांकि यात्रा की शुरूआत के दौरान पहली जुलाई को ही हल्की बर्फबारी और बरसात के कारण कुछ घंटे के लिए यात्रा स्थगित करनी पड़ी थी लेकिन इसके बाद मौसम कमोबेश साफ रहा है, जिससे यात्रियों को मौसम संबंधी दुश्वारियों का सामना नहीं करना पड़ा और यात्रा सफलतापूर्वक चल रही है। 

श्राइन बोर्ड का बेहतरीन प्रबंधन
इस साल यात्रा के दौरान सुरक्षा के अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड ने तमाम प्रबंध किए हैं। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह मैडीकल कैम्प लगाए गए हैं। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर ही यात्रियों के रुकने से लेकर सफाई का पूरा प्रबंध है और यात्रा संबंधी किसी भी तरह की समस्या के लिए श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के साथ-साथ टोल फ्री नम्बर पर भी यात्रियों की मदद की जा रही है, जिन यात्रियों की रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाई थी उन्हें मौके पर रजिस्टर्ड करवाने में भी यात्रियों की मदद हो रही है। लिहाजा यात्रा का आंकड़ा बढ़ रहा है। 

टूट सकता है पिछले साल का रिकार्ड
पिछले साल यात्रा 60 दिन की थी और 2 महीने की इस यात्रा के दौरान 2,85,006 श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवलिंग के दर्शन किए थे। हालांकि इस साल यात्रा महज 45 दिन की है लेकिन पहले 16 दिन के दौरान ही जिस तरीके से श्रद्धालुओं की संख्या 2 लाख के पार पहुंच गई है उसे देख कर माना जा रहा है कि इस साल गुफा तक पहुंच कर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 3 लाख के पार जा सकता है। इससे पहले 2015 में 59 दिन की यात्रा के दौरान 3,52,771 श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवलिंग के दर्शन किए थे जबकि 2016 में 48 दिन के दौरान 2,20,490, 2017 में 40 दिन में 2,60,003 श्रद्धालुओं ने गुफा पर माथा टेका था।


 


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Niyati Bhandari

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