फिर चर्चा में आया शमा मोहम्मद का विराट कोहली पर टिप्पणी, जानिए क्या कहा था

punjabkesari.in Tuesday, Mar 04, 2025 - 12:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा पर कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद की टिप्पणी के बाद विवाद गहराता जा रहा है। शमा मोहम्मद ने रोहित को 'मोटा' कहकर संबोधित किया, जिससे सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई। बाद में कांग्रेस की चेतावनी के बाद उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया।

PunjabKesari

यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने किसी क्रिकेटर को लेकर बयान दिया हो। इससे पहले वह विराट कोहली को भी अपने निशाने पर ले चुकी हैं। साल 2018 में एक पोस्ट में उन्होंने विराट कोहली को उनके बयान "जो लोग अंग्रेजी और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पसंद करते हैं, उन्हें भारत में नहीं रहना चाहिए" को लेकर आलोचना की थी। अब यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोग इस पर बहस कर रहे हैं।

बीजेपी ने बताया शर्मनाक, कंगना का पुराना पोस्ट शेयर कर कांग्रेस ने किया सवाल

बीजेपी ने शमा मोहम्मद की इस टिप्पणी को 'शर्मनाक' बताया है। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता ने जवाबी हमला करते हुए अभिनेत्री कंगना रनौत का एक पुराना ट्वीट शेयर किया, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान रोहित शर्मा के ट्वीट पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि अगर शमा मोहम्मद का बयान गलत है, तो कंगना के बयान पर बीजेपी ने तब कोई कार्रवाई क्यों नहीं की थी?

रोहित शर्मा ने किसान आंदोलन पर किया था ट्वीट

2021 में किसान आंदोलन के दौरान रोहित शर्मा ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में किसानों के योगदान को सराहा था और समाधान निकालने की अपील की थी। इसके बाद कंगना रनौत ने रोहित शर्मा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसे लेकर तब भी सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी।

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस और टीएमसी पर साधा निशाना

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस मुद्दे पर कांग्रेस और टीएमसी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और टीएमसी को खिलाड़ियों को अकेला छोड़ देना चाहिए क्योंकि वे अपने पेशेवर जीवन को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं।
मंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, "इन पार्टियों के नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियां, बॉडी शेमिंग में लिप्त और टीम में एथलीट की जगह पर सवाल उठाना, न केवल बेहद शर्मनाक है बल्कि पूरी तरह से दयनीय भी है। इस तरह की टिप्पणियां हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और बलिदान को कमतर आंकती हैं, जो वे वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए करते हैं।"

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News