शहीद मेजर प्रफुल्ल के आखिरी आदेश का वायरल सच

punjabkesari.in Friday, Dec 29, 2017 - 12:00 PM (IST)

नई दिल्ली(विशेष): जम्मू-कश्मीर के केरी क्षेत्र में शनिवार को पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम का उल्लंघन कर की गई फायरिंग में शहीद होने वाले भारतीय मेजर प्रफुल्ल अंबादास मोहरकर को लेकर एक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। साथ ही मीडिया का कुछ हिस्सा भी इसे असली वीडियो बताते हुए रिपोर्टिंग कर रहा है। गौरतलब है कि शनिवार को पाकिस्तानी फायरिंग में मेजर मोहरकर, सिपाही परगट सिंह, लांस नायक गुरमेल सिंह और लांस नायक कुलदीप सिंह शहीद हो गए थे।

क्या है वीडियो में 
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो शहीद मेजर प्रफुल्ल अंबादास का बताया जा रहा है। इसमें दिखाया गया है कि घायल मेजर अपनी जान की परवाह किए बिना साथियों को सुरक्षित रहने का आदेश दे रहे हैं। इस वीडियो को जनरल वी. के. सिंह के सत्यापित फेसबुक पेज द्वारा साझा किया गया था, जबकि उन्होंने अधिकारी के नाम का उल्लेख किए बिना कहा, ‘भारतीय सेना की जांबाजी की अग्रिम पंक्ति हैं हमारे ये युवा अधिकारी हैश टेग जय हिंद बहुत से लोग इस वीडियो को मेजर प्रफुल्ल अधिकारी समझते हुए साझा कर रहे है। वीडियो को आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने भी अपने ट्विटर टाइमलाइन पर पोस्ट किया था। कुछ डेली वेबसाइट ने भी इस वीडियो को साझा किया है।

अब भी है सोशल मीडिया पर
यह फर्जी वीडियो अभी भी फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर वायरल है। हालांकि हकीकत यह है कि वीडियो को यूट्यूब पर आए हुए करीब सात साल से भी अधिक का समय बीत चुका है। जनवरी 2017 में सीआरपीएफ द्वारा इस वीडियो को अपने सत्यापित ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था। यह एक दुखद घटना है और इसके लिए लोगों की इससे सहानुभूति जताने की बात तो समझ में आती है लेकिन इसे मुख्यधारा के मीडिया द्वारा भी गलत संदेश के साथ फैलाया जा रहा। एक न्यूज चैनल के फेसबुक पेज की हेडलाइन है... गोली लगने के बाद भी फर्ज निभाते शहीद मेजर प्रफुल्ल। वहीं इसी की वेबसाइट पर इस शीर्षक के साथ एक लेख भी लिखा गया, शहीद मेजर प्रफुल्ल के आखिरी समय का वीडियो वायरल।


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