2025 के फेस्टिव सीजन में मिलेंगी 2.16 लाख नौकरियां, जानें कहा और किस फिल्ड में आपको मिलेगा अधिक मौका
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 03:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क : इस साल का त्योहारी सीजन देश के नौकरीपेशा युवाओं के लिए ढेरों अवसर लेकर आ रहा है। Adecco India की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की दूसरी छमाही में 2.16 लाख से अधिक सीज़नल नौकरियां पैदा होने की संभावना है। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 15–20% तक की वृद्धि को दर्शाता है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, फेस्टिव सीजन के दौरान रिटेल, ई-कॉमर्स, BFSI (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस), लॉजिस्टिक्स, हॉस्पिटैलिटी, ट्रैवल और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों में हायरिंग सबसे अधिक देखने को मिलेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षाबंधन, दशहरा, दिवाली, सीज़नल सेल्स और वेडिंग सीजन को देखते हुए कंपनियों ने पहले से ही अपनी हायरिंग साइकल को तेज कर दिया है।
आखिर क्यों होंगे रोजगार के अच्छे अवसर
रोजगार में इस तेजी के पीछे बेहतर कंज्यूमर सेंटिमेंट, अनुकूल मॉनसून के कारण ग्रामीण मांग में इज़ाफा, आम चुनावों के बाद आर्थिक विश्वास में सुधार और कंपनियों द्वारा आक्रामक सीज़नल प्रमोशन जैसे कई कारण हैं। इन सभी वजहों से इस बार का फेस्टिव सीजन रोजगार के लिहाज़ से बेहद फलदायक रहने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, सीजनल नौकरियों की सबसे अधिक संभावना दिल्ली-NCR, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और पुणे जैसे महानगरों में है, जहां पिछले साल की तुलना में 19% अधिक हायरिंग देखी जा सकती है। वहीं टियर-2 शहरों जैसे लखनऊ, जयपुर, कोयंबटूर, नागपुर, भुवनेश्वर, मैसूर और वाराणसी में नौकरियों में 42% तक की वृद्धि होने की संभावना है। इसके अलावा, कानपुर, कोच्चि और विजयवाड़ा जैसे उभरते शहरों में भी मांग तेज़ी से बढ़ रही है।
क्या हो सकता है अनुमानित वेतन?
सैलरी की बात करें तो मेट्रो शहरों में वेतन में 12–15% की वृद्धि अनुमानित है, जबकि टियर-2 और टियर-3 शहरों में यह वृद्धि 18–22% तक हो सकती है। लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी सेक्टर में हायरिंग में 30–35% की तेजी आने की उम्मीद है। BFSI सेक्टर में विशेष रूप से क्रेडिट कार्ड सेल्स और POS इंस्टॉलेशन के लिए फील्ड फोर्स की मांग में 30% की वृद्धि संभावित है। हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल सेक्टर में भी हायरिंग 20–25% तक बढ़ने की उम्मीद है। ई-कॉमर्स और रिटेल सेक्टर सबसे बड़े हायरिंग स्रोत बनेंगे, जिनकी हिस्सेदारी कुल सीज़नल हायरिंग में 35–40% तक हो सकती है।
महिलाओं की भागीदारी होगी अहम
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि महिलाओं की भागीदारी में इस वर्ष 23% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। खासकर फ्लेक्सिबल और शॉर्ट-टर्म जॉब्स को लेकर महिलाओं में उत्साह देखा गया है। Adecco India के जनरल स्टाफिंग हेड दीपेश गुप्ता के अनुसार, "अब हायरिंग केवल संख्या तक सीमित नहीं है। कंपनियां तेज डिप्लॉयमेंट, स्किल फिटमेंट और लंबे समय तक वर्कफोर्स को बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रही हैं।"