ऑनलाइन पेमेंट करने वालों के लिए जरूरी खबर, आज से इस बैंक के ग्राहकों को देना होगा एक्स्ट्रा चार्ज
punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 12:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर आप एसबीआई के ग्राहक हैं और मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग से बड़ी रकम का लेनदेन करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने 15 अगस्त 2025 से IMPS (Immediate Payment Service) पर लगने वाले चार्ज में बदलाव कर दिया है। यानी अब कई ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा, जो पहले पूरी तरह फ्री थे।
क्या है IMPS और क्यों है जरूरी?
IMPS यानी इमीडिएट पेमेंट सर्विस एक रियल-टाइम फंड ट्रांसफर सर्विस है जो साल के 365 दिन, चौबीसों घंटे उपलब्ध रहती है। इस सुविधा के जरिए आप किसी भी बैंक अकाउंट में तुरंत पैसे भेज सकते हैं। यह सेवा भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा संचालित की जाती है। इसकी मदद से अधिकतम ₹5 लाख तक की राशि भेजी जा सकती है।
छोटे ट्रांजैक्शन पर राहत, बड़े लेनदेन पर लगेगा चार्ज
अब तक IMPS के जरिए किए गए लगभग सभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पूरी तरह से फ्री थे, लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है। नए नियमों के अनुसार, ₹25,000 तक के ऑनलाइन IMPS ट्रांजैक्शन अभी भी फ्री रहेंगे यानी इस सीमा तक आप बिना किसी शुल्क के पैसे भेज सकते हैं। हालांकि अगर आप ₹25,000 से ज्यादा की राशि भेजते हैं तो आपको चार्ज देना होगा। ₹25,001 से ₹1,00,000 तक के ट्रांजैक्शन पर ₹2 + GST, ₹1,00,001 से ₹2,00,000 तक के ट्रांजैक्शन पर ₹6 + GST और ₹2,00,001 से ₹5,00,000 तक की राशि भेजने पर ₹10 + GST शुल्क लगेगा। यह बदलाव खास तौर पर ऑनलाइन चैनलों से किए गए लेनदेन पर लागू होगा।
बैंक ब्रांच से IMPS ट्रांजैक्शन में कोई बदलाव नहीं
अगर आप SBI की ब्रांच में जाकर IMPS के जरिए पैसे भेजते हैं तो इस पर पहले की तरह ही पुराने चार्ज लागू होंगे। ब्रांच से किए गए ट्रांजैक्शन पर न्यूनतम शुल्क ₹2 + GST और अधिकतम ₹20 + GST लिया जाता है। इस व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी, जो बदलाव किया गया है वह केवल ऑनलाइन माध्यमों जैसे मोबाइल ऐप, इंटरनेट बैंकिंग आदि से किए गए लेनदेन पर लागू होगा। ब्रांच से किए गए IMPS ट्रांजैक्शन पर पहले जैसे ही शुल्क लागू रहेंगे।
किन अकाउंट होल्डर्स को नहीं देना होगा चार्ज?
SBI ने कुछ विशेष खाताधारकों को IMPS चार्ज से पूरी तरह छूट दी है। अगर आपका खाता बैंक द्वारा निर्धारित किसी वेतन पैकेज में शामिल है, तो आपको ऑनलाइन माध्यम से किए गए IMPS ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। इन खातों में DSP (डिफेंस सैलरी पैकेज), PMSP (अर्धसैनिक बलों का वेतन पैकेज), ICGSP (इंडियन कोस्ट गार्ड सैलरी पैकेज), CGSP (केंद्र सरकार वेतन पैकेज), PSP (पुलिस सैलरी पैकेज), RSP (रेलवे सैलरी पैकेज), CSP (कॉरपोरेट सैलरी पैकेज), SGSP (राज्य सरकार वेतन पैकेज), SUSP (स्टार्टअप सैलरी पैकेज) और SBI रिश्ता फैमिली सेविंग्स अकाउंट शामिल हैं। इन सभी प्रकार के खातों से, यदि आप मोबाइल ऐप या नेट बैंकिंग जैसे ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से IMPS ट्रांजैक्शन करते हैं, तो आपसे कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
क्यों बढ़ाए गए हैं चार्ज?
बैंक की तरफ से इस बढ़ोत्तरी की कोई विस्तृत आधिकारिक वजह नहीं बताई गई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन की बढ़ती संख्या के कारण बैंक अब इसके संचालन से जुड़े खर्चों की भरपाई करने के लिए यह कदम उठा रहे हैं। इसके अलावा यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब लोग अधिकतर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को तरजीह दे रहे हैं और नकद लेनदेन में लगातार गिरावट आ रही है।
आपके लिए क्या है जरूरी?
अगर आप अक्सर ₹25,000 से अधिक की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं तो अब आपको इन लेनदेन पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा। हालांकि, यदि आपके पास SBI का कोई सैलरी पैकेज खाता है तो आप इन ट्रांजैक्शनों को बिना किसी चार्ज के कर सकते हैं। वहीं अगर आप इन शुल्कों से पूरी तरह बचना चाहते हैं तो आप बैंक की ब्रांच में जाकर IMPS के जरिए पैसे भेज सकते हैं, क्योंकि वहां पुराने चार्ज ही लागू रहेंगे। हालांकि ब्रांच में जाकर लेनदेन करना थोड़ा समय लेने वाला और असुविधाजनक हो सकता है, इसलिए आपको ट्रांजैक्शन करते समय तरीका सोच-समझकर चुनना होगा।