Vande Bharat Express Controversy: वंदे भारत में अचानक गूँजा RSS का गान तो केरल में भड़का बवाल, प्रिंसिपल बोले- 'सिर्फ देशभक्ति है!'
punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 11:29 AM (IST)
नेशनल डेस्क: केरल में एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के दौरान स्कूली छात्रों द्वारा RSSका "गणगीतम" (गान) गाए जाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार ने इस मामले की जाँच के आदेश दिए हैं, जबकि स्कूल प्रशासन छात्रों के बचाव में उतर आया है। आइए जानते हैं क्या है पूरा विवाद-
क्या है विवाद?
यह घटना शनिवार को हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली ट्रेन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के तुरंत बाद दक्षिण रेलवे ने ट्रेन के अंदर छात्रों के RSS गीत गाते हुए एक वीडियो साझा किया। ऑनलाइन आलोचना बढ़ने के बाद यह वीडियो हटा दिया गया और बाद में अंग्रेजी अनुवाद के साथ दोबारा साझा किया गया।
स्कूल ने गीत को 'देशभक्ति' बताया
एलमक्कारा स्थित सरस्वती विद्यानिकेतन पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल डिंटो के.पी. ने छात्रों का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि यह एक देशभक्ति गीत था और यह गाना बच्चों ने अपनी मर्जी से मलयालम देशभक्ति गीत के रूप में गाने का फैसला किया था न कि दक्षिणी रेलवे के निर्देश पर। प्रिंसिपल ने यह भी बताया कि विवाद बढ़ने और दक्षिणी रेलवे के एक्स हैंडल से वीडियो हटाए जाने के बाद स्कूल ने प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिखा था।
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The students of Saraswathi Vidyalaya beautifully performed their school song during the inaugural run of the Ernakulam–Bengaluru Vande Bharat Express pic.twitter.com/uvauXy9e6k
— Southern Railway (@GMSRailway) November 8, 2025
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उन्होंने राज्य सरकार की जाँच पर सवाल उठाते हुए कहा, "हमें नहीं पता कि राज्य के शिक्षा मंत्री ने इस मामले की जाँच के आदेश क्यों दिए। अगर सामान्य शिक्षा विभाग कार्रवाई करता है, तो हम कानूनी रास्ता अपनाने पर विचार करेंगे।" उन्होंने यह भी चिंता जताई कि गाना गाने वाले बच्चों को सोशल मीडिया पर "संघी बच्चे" कहकर साइबर बदमाशी का शिकार बनाया जा रहा है।
केरल के शिक्षा मंत्री ने अपनाया कड़ा रुख
सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने रविवार को लोक शिक्षण निदेशक (DPI) को जाँच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों में बच्चों का राजनीतिकरण करना और उन्हें किसी समूह के सांप्रदायिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल करना संवैधानिक सिद्धांतों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि सरकार देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को बनाए रखने के लिए कदम उठाएगी।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे संवैधानिक सिद्धांतों का घोर उल्लंघन बताया। उन्होंने X पर लिखा कि सांप्रदायिक विचारधारा फैलाने वाले संगठन के गान को आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल करना गलत है। उन्होंने रेलवे अधिकारियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे "संघ परिवार की राजनीति" को बढ़ावा दे रहे हैं और सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को इसका विरोध करना चाहिए।
बीजेपी का बचाव: 'यह कोई अतिवादी गीत नहीं'
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने RSS गीत गाए जाने का बचाव किया है। केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने कहा कि यह बच्चों के मासूम उत्सव का हिस्सा था। उन्होंने तर्क दिया, "उन्हें उस समय वह गीत गाने का मन हुआ और उन्होंने ऐसा किया। खैर यह कोई अतिवादी गीत नहीं है।" जॉर्ज कुरियन ने सवाल किया कि 'गणगीतम' में सांप्रदायिक क्या है? उन्होंने कहा कि जो लोग विदेशों में भारत विरोधी भावनाओं का प्रचार करते हैं, उन्हें यह गीत पसंद नहीं आ सकता है।
