Condom से कैंसर का खतरा! रिसर्च में हुआ हैरान करने वाला खुलासा

punjabkesari.in Sunday, Nov 03, 2024 - 05:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क : कंडोम का इस्तेमाल मुख्यतः यौन संचारित बीमारियों से बचने और अनवॉनटिड प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए किया जाता है। हालांकि, हाल ही में कंडोम के स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा पर एक नया विवाद सामने आया है जो लोगों के बीच नई चिंता पैदा कर रहा है।

कैंसर के जोखिम का आरोप
अमेरिका में एक नई कानूनी चुनौती ने यह दावा किया है कि ट्रोजन कंडोम, जो अमेरिका में बहुत लोकप्रिय है, में कैंसर उत्पन्न करने वाले जहरीले रसायन हो सकते हैं। मैथ्यू गुडमैन नामक व्यक्ति ने मैनहट्टन संघीय अदालत में इस मामले की याचिका दायर की है। उनका आरोप है कि ट्रोजन अल्ट्रा थिन कंडोम में पॉलीफ्लोर एल्काइल पदार्थ (PFAS) पाया गया है, जिसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है।

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PFAS और इसके प्रभाव
PFAS एक प्रकार का रसायन है जिसे नॉन-स्टिक और जेल बेस उत्पादों में इस्तेमाल किया जाता है। यह पदार्थ पर्यावरण और मानव शरीर पर लंबे समय तक रहने के लिए जाना जाता है। याचिकाकर्ता के अनुसार, ट्रोजन अल्ट्रा थिन कंडोम पर किए गए लैब टेस्ट में ऑर्गेनिक फ्लोरिन का पता चला, जो PFAS के तत्वों के साथ जुड़ा हुआ है। यह जानकारी कंडोम के पैकेट पर नहीं दी गई थी। आपको बता दें कि PFAS (Per- और Polyfluoroalkyl Substances) एक प्रकार के रसायन हैं जो सामान्यतः विभिन्न उत्पादों में उपयोग किए जाते हैं। ये रसायन आमतौर पर जल और तेल के प्रति प्रतिरोधी होते हैं और नॉन-स्टिक, जलरोधक, और अन्य विशेष गुणों वाले उत्पादों में शामिल किए जाते हैं। PFAS को कैंसरकारक (cancer-causing) माना जाता है और इसके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।

PFAS के स्वास्थ्य पर प्रभाव

PFAS से संबंधित कुछ स्वास्थ्य समस्याओं में शामिल हैं:

  • जन्म के समय कम वजन
  • कमजोर इम्यून सिस्टम
  • अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि हार्मोनल असंतुलन और शरीर में लंबे समय तक बने रहना

कैंसर की पुष्टि कैसे हुई?

कंडोम और उनके लुब्रिकेंट्स की जांच के लिए एक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में, एक सर्टिफाइड लैब ने 29 विभिन्न कंडोम के नमूनों की जांच की। इनमें ट्रोजन अल्ट्रा थिन कंडोम भी शामिल था।

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नमूनों की जांच के परिणाम

जांच में यह पाया गया कि 29 कंडोम में से 14% में PFAS के कुछ कण मौजूद थे। विशेष रूप से:

  • लगभग 3 कंडोम में PFAS कण पाए गए।
  • 2 कंडोम के लुब्रिकेंट्स में भी PFAS कणों की पुष्टि की गई।

PFAS का उपयोग कंडोम को चिकना और स्टेन रेजिस्टेंट बनाने के लिए किया जाता है।

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PFAS से युक्त प्रोडक्ट्स पर प्रतिबंध की मांग

कंडोम इंडस्ट्री में PFAS (Per- और Polyfluoroalkyl Substances) से बने प्रोडक्ट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है। यह सुझाव दिया गया है कि PFAS से युक्त प्रोडक्ट्स को पूरी तरह से बाजार से हटा दिया जाए। कंडोम बनाने वाली कंपनियों की जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके प्रोडक्ट्स में PFAS के तत्व न हों।

जांच और निगरानी

  • कंपनियों की जांच: कंडोम निर्माण कंपनियों की सुरक्षा मानकों और संभावित स्वास्थ्य जोखिमों की जांच की जाएगी।
  • प्रोडक्ट्स की समीक्षा: मौजूदा कंडोम की जांच की जाएगी यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित हैं और किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य जोखिम का कारण नहीं बनते।
  • स्वास्थ्य पर प्रभाव: विशेष ध्यान दिया जाएगा कि कंडोम का उपयोग करने से किसी भी प्रकार का शारीरिक नुकसान न हो, खासकर प्राइवेट पार्ट्स पर।

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कंडोम के संभावित नुकसान

एलर्जी की समस्या

कंडोम के लुब्रिकेंट्स से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। यह एलर्जी त्वचा पर खुजली, जलन या अन्य असुविधा का कारण बन सकती है।

गलत उपयोग से जोखिम

  • फटना: यदि कंडोम को गलत तरीके से उपयोग किया जाए, तो वह फट सकता है।
  • प्रेग्नेंसी का खतरा: कंडोम का फटना अनवॉनटिड प्रेग्नेंसी का खतरा बढ़ा सकता है, जिससे सुरक्षा की कमी हो सकती है।

PFAS से जुड़े मुद्दों और कंडोम के संभावित नुकसानों के मद्देनजर, उपभोक्ताओं को कंडोम की सुरक्षा और प्रभावशीलता के बारे में सही जानकारी मिलनी चाहिए। उचित निगरानी और समीक्षा से कंडोम उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प मिल सकते हैं।

 

 

 

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Content Editor

Utsav Singh

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