दारुल उलूम में महिलाओं और बच्चों की Entry पर फिर पाबंदी, जानें क्या है कारण?
punjabkesari.in Monday, Apr 07, 2025 - 10:40 AM (IST)

नेशनल डेस्क। दारुल उलूम देवबंद की तरफ से एक आदेश पत्र जारी किया गया है जिसमें महिलाओं के संस्था में प्रवेश पर अस्थायी रोक लगाने की बात कही गई है। यह निर्णय अकीदत के साथ दारुल उलूम की इमारतों को देखने के लिए आने वाली महिलाओं के प्रवेश पर लागू होगा।
संस्था की ओर से जारी नोटिस
संस्था द्वारा जारी किए गए पत्र में बताया गया है कि दारुल उलूम में आगामी दिनों में प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जानी हैं। इन परीक्षाओं के कारण देशभर से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं दारुल उलूम आ रहे हैं। इस दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह निर्देश जारी किया गया है कि महिलाएं और बच्चे अपने साथ न लाएं।
पहले भी लग चुकी थी पाबंदी
यह पहला मौका नहीं है जब दारुल उलूम ने महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगाई हो। पिछले साल मई महीने में भी संस्था ने महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी। उस समय यह कदम रील बनाने और सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने की शिकायतों के बाद उठाया गया था। फिर नवंबर में नए नियमों के साथ महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी गई थी। उस वक्त महिलाओं के लिए विजिटर कार्ड अनिवार्य किया गया था जिसमें उन्हें अपना पहचान पत्र प्रस्तुत करना होता था। इसके अलावा विजिटर कार्ड केवल दो घंटे के लिए वैध था और महिलाओं को सूर्यास्त से पहले परिसर छोड़ने का निर्देश दिया गया था।
प्रबंधन का बयान: परीक्षा के बाद हटेगी पाबंदी
रिपोर्ट्स के अनुसार दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने इस फैसले को स्पष्ट करते हुए कहा कि संस्था में महिलाओं के प्रवेश पर कोई स्थायी रोक नहीं है। यह सिर्फ प्रवेश परीक्षाओं के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए किया गया है। परीक्षा के बाद यह अस्थायी पाबंदी हटा दी जाएगी।
वहीं इस कदम के पीछे मुख्य उद्देश्य संस्था के भीतर की व्यवस्था को बनाए रखना और परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचना है।