Secret Wife of Jesus : क्या वाकई में थी यीशु मसीह की 'सीक्रेट वाइफ'? जानें इस रहस्यमयी महिला के बारे में
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 04:31 PM (IST)
Secret Wife of Jesus : सदियों से ईसाई धर्म में यह माना जाता रहा है कि ईसा मसीह (यीशु) ताउम्र अविवाहित रहे लेकिन पिछले कुछ दशकों में 'द दा विंची कोड' जैसी किताबों और कुछ प्राचीन पांडुलिपियों ने एक नई बहस को जन्म दिया है। दावा किया जाता है कि मैरी मैग्डलेन जिन्हें केवल एक शिष्या माना जाता था दरअसल यीशु की पत्नी थीं। आइए जानते हैं इस रहस्यमयी दावे के पीछे का सच और इतिहास।
कौन थीं मैरी मैग्डलेन?
बाइबल के अनुसार मैरी 'मैग्डेला' (उत्तरी इजरायल) की रहने वाली थीं इसलिए उन्हें मैरी मैग्डलेन कहा गया। वे यीशु के सबसे शुरुआती और भरोसेमंद साथियों में से एक थीं। जब यीशु को सूली पर चढ़ाया गया तब उनके पुरुष शिष्य साथ छोड़ गए थे लेकिन मैरी वहां मौजूद रहीं। बाइबल कहती है कि मरने के बाद जब यीशु दोबारा जीवित हुए तो सबसे पहले वे मैरी मैग्डलेन को ही दिखाई दिए।
ग्नोस्टिक गॉस्पेल और चौंकाने वाले खुलासे
इस विवाद की जड़ें 1945 में मिस्र के नाग हम्मादी (Nag Hammadi) में मिले कुछ प्राचीन ग्रंथों में छिपी हैं। इन ग्रंथों को 'ग्नोस्टिक गॉस्पेल' कहा जाता है। 'गॉस्पेल ऑफ फिलिप' में उल्लेख है कि यीशु मैरी को अन्य शिष्यों से अधिक प्रेम करते थे और अक्सर उन्हें चूमते थे। 'गॉस्पेल ऑफ मैरी' के अनुसार मैरी के पास ऐसा आध्यात्मिक ज्ञान था जो अन्य पुरुष शिष्यों के पास भी नहीं था। इसी कारण कई विद्वान तर्क देते हैं कि उनके बीच का रिश्ता सिर्फ गुरु-शिष्य का नहीं बल्कि पति-पत्नी का था।
'द दा विंची कोड' और 'होली ग्रेल' का रहस्य
लेखक डैन ब्राउन के उपन्यास 'द दा विंची कोड' ने इस विचार को दुनिया भर में लोकप्रिय बना दिया। किताब दावा करती है कि यीशु और मैरी मैग्डलेन की संतानें थीं और उनका वंश आज भी मौजूद है। इसे ही 'होली ग्रेल' (Holy Grail) कहा गया है। दावा किया जाता है कि लियोनार्डो दा विंची की मशहूर पेंटिंग 'द लास्ट सपर' में यीशु के ठीक बगल में बैठा व्यक्ति कोई पुरुष शिष्य नहीं बल्कि खुद मैरी मैग्डलेन हैं।
क्या कहते हैं विद्वान और चर्च?
हालांकि कुछ प्राचीन ग्रंथ अंतरंग संबंधों का संकेत देते हैं लेकिन पारंपरिक चर्च और अधिकांश इतिहासकार इन दावों को खारिज करते हैं। वैटिकन और अन्य प्रमुख चर्च मैरी मैग्डलेन को एक 'संत' (Saint) मानते हैं पत्नी नहीं।2012 में हार्वर्ड की प्रोफेसर करेन किंग ने एक पपीरस (पांडुलिपि) का हवाला देकर कहा था कि यीशु ने मैरी को "मेरी पत्नी" कहा था लेकिन भारी आलोचना के बाद उन्होंने अपने रुख में बदलाव किया।

फिलहाल मैरी मैग्डलेन इतिहास की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में से एक हैं। वे यीशु की पत्नी थीं या उनकी सबसे प्रिय शिष्या, यह आज भी आस्था और शोध के बीच एक बड़ा रहस्य बना हुआ है।




