हद है! ''कुत्ता बाबू'' के बेटे ''डॉग बाबू'' के नाम जारी हुआ आवासीय प्रमाणपत्र, सामने आई बिहार प्रशासन की बड़ी लापरवाही
punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 11:08 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार में प्रशासनिक लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक कुत्ते के नाम पर आवासीय प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। यह घटना तब प्रकाश में आई जब राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार में एक कुत्ते को निवास प्रमाणपत्र की मान्यता मिल रही है, जबकि आधार और राशन कार्ड को फर्जी बताया जा रहा है।
इस फर्जी प्रमाणपत्र में आवेदक का नाम "डॉग बाबू", पिता का नाम "कुत्ता बाबू", और माता का नाम "कुतिया देवी" दर्ज है। चौंकाने वाली बात यह है कि पते के तौर पर "काउलीचक, वार्ड नंबर 15, मसौढ़ी नगर परिषद" लिखा गया है और तो और प्रमाणपत्र पर एक कुत्ते की तस्वीर भी लगी है!
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
मामले के तूल पकड़ते ही प्रशासन हरकत में आ गया। मसौढ़ी के अंचलाधिकारी प्रभात रंजन ने तत्काल प्रभाव से इस प्रमाणपत्र को रद्द करने की पुष्टि की। पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने इसे बेहद गंभीर मामला बताया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस फर्जीवाड़े में शामिल सभी दोषी कर्मियों और पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उन्हें निलंबित किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी धांधली रोकी जा सके।
फर्जीवाड़े में शामिल लोगों पर FIR
सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले में शामिल आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रमाणपत्र जारी करने वाले पदाधिकारी के खिलाफ साइबर फ्रॉड और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया जा रहा है। प्रशासन इस बात की गहन जांच कर रहा है कि आखिर यह लापरवाही कैसे हुई और इसमें कौन-कौन शामिल था।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
यह पहला मौका नहीं है जब बिहार में इस तरह की प्रशासनिक चूक सामने आई है। इससे पहले भी बाढ़ अंचल कार्यालय से "ब्लूटूथ नॉइस" के नाम पर और मुंगेर जिले में "सोनालिका ट्रैक्टर" के नाम पर आवासीय प्रमाणपत्र जारी होने की खबरें सुर्खियां बटोर चुकी हैं। ये सभी मामले प्रशासनिक व्यवस्था की कमजोरियों और पारदर्शिता की कमी को उजागर करते हैं, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।