तहखानों में ब्रेनवॉश की ट्रेनिंग, हिंदू विरोधी किताबें और लव जिहाद के लिए युवकों की फौज- छांगुर बाबा को लेकर सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 11:15 AM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रैकेट चलाने वाले जमालुद्दीन, जिसे छांगुर बाबा के नाम से भी जाना जाता है से जुड़ी चौंकाने वाली नई जानकारियाँ सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि छांगुर बाबा धर्मांतरण के लिए विदेशों से खासकर दुबई से विशेष ट्रेनर बुलवाता था। इन ट्रेनरों का मुख्य काम लोगों का ब्रेनवॉश करना और उन्हें इस्लाम धर्म की ओर आकर्षित करना था।
लोगों का करता था ब्रेनवॉश-
सूत्रों के मुताबिक छांगुर बाबा सिर्फ लोगों का ब्रेनवॉश ही नहीं करता था बल्कि हिंदू देवी-देवताओं के प्रति घृणा पैदा करने वाली किताबें भी बड़े पैमाने पर छापने की तैयारी कर रहा था। उसका मकसद इन किताबों के जरिए हिंदू लोगों के मन में अपने धर्म के प्रति नफरत पैदा करना था। जांच में यह भी सामने आया है कि छांगुर बाबा खुद भी दुबई से बुलाए गए मौलानाओं से ट्रेनिंग लेता था। इस ट्रेनिंग के लिए उसने दो आलीशान कोठियाँ बनवाई थीं, जिनमें तहखाने जैसे गुप्त कमरे भी थे। "शिजर-ए-तैयबा" नामक एक किताब भी इसी उद्देश्य से लिखी गई थी, ताकि लोग आसानी से इस्लाम को समझ सकें।
छांगुर बाबा की गिरफ्तारी और नेटवर्क का खुलासा
छांगुर बाबा अभी उत्तर प्रदेश पुलिस की गिरफ्त में है। उसकी करीबी नीतू उर्फ नसरीन, उसका पति जमालुद्दीन (जो खुद छांगुर बाबा ही है) और उनका बेटा महबूब भी पकड़े जा चुके हैं। यह पूरा गैंग एटीएस (एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड) की कड़ी निगरानी में है।
हाल ही में बलरामपुर में स्थित बाबा की आलीशान कोठी पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। इस कोठी के अंदर का दृश्य देखकर सभी हैरान रह गए क्योंकि यह किसी किले जैसी घेराबंदी के साथ बनाई गई थी और इसमें कई लग्जरी सुविधाएँ भी थीं।
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ईडी की एंट्री और विदेशी फंडिंग का पर्दाफाश
छांगुर बाबा के इस अवैध धर्मांतरण के काले कारोबार से हुई कमाई का पता लगाने के लिए अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी सक्रिय हो गया है। शुरुआती जाँच में सैकड़ों करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला है, जिसमें खाड़ी देशों से भी फंडिंग के संकेत मिले हैं। इसके अलावा इस रैकेट के पाकिस्तान से भी कनेक्शन होने की संभावना जताई जा रही है, जिसके बाद अन्य खुफिया एजेंसियाँ भी अलर्ट हो गई हैं।
दावा किया जा रहा है कि यह नेटवर्क सिर्फ छांगुर बाबा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक पूरा संगठित गिरोह काम कर रहा है जो धर्मांतरण और अन्य संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है। छांगुर बाबा का जाल महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों तक फैला हुआ था। वह इस पूरे नेटवर्क को विदेशी फंडिंग के जरिए मजबूत करता रहा। चौंकाने वाली बात यह भी है कि उसने लव जिहाद के लिए मुस्लिम युवकों की एक फौज भी तैयार कर रखी थी।