‘जोहान्सबर्ग में शमी की बिरयानी छिनी गई और फिर...’ रवि शास्त्री ने खोले टीम इंडिया के खिलाड़ियों के खोले राज़

punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 02:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम एक ओर जहां इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारियों में व्यस्त है वहीं दूसरी ओर रवि शास्त्री सीरीज शुरू होने से पहले टीम इंडिया के खिलाड़ियों के राज़ खोल रहे हैं। रवि शास्त्री ने भरत अरुण के साथ मिलकर एक अनसुनी कहानी बताई है जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे मोहम्मद शमी को बिरयानी खाने से रोकने पर टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत मिल गई थी। ये घटना साल 2018 की है जब साउथ अफ्रीका दौरे पर जोहान्सबर्ग टेस्ट में टीम इंडिया ने 63 रनों से टेस्ट मैच जीता था। खेल के चौथे दिन टीम को ये जीत मिली थी और इस जीत से पहले मोहम्मद शमी को बिरयानी खाने से रोक दिया गया था। आइए बताते हैं शास्त्री और भरत अरुण ने क्या बताया।

भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज की तैयारियों में जुटी है, वहीं दूसरी ओर पूर्व कोच रवि शास्त्री टीम इंडिया के खिलाड़ियों से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से साझा कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण के साथ मिलकर एक ऐसी अनसुनी कहानी बताई है, जिससे पता चलता है कि कैसे मोहम्मद शमी को बिरयानी खाने से रोकने पर टीम इंडिया को एक यादगार जीत मिली थी। यह घटना साल 2018 के साउथ अफ्रीका दौरे की है, जब जोहान्सबर्ग टेस्ट में भारत ने 63 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी।

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जोहान्सबर्ग में शमी की बिरयानी छिनी गई और फिर...

यह साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच था। मेजबान टीम पहले ही दो मैच जीतकर ट्रॉफी अपने नाम कर चुकी थी और जोहान्सबर्ग टेस्ट में भारत पर व्हाइटवॉश का खतरा मंडरा रहा था। खेल के चौथे दिन, दक्षिण अफ्रीका 223 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और उनके आठ विकेट बाकी थे। मीडिया चैनल से बात करते हुए, रवि शास्त्री ने उस पल को याद किया जब दोपहर के लंच के समय वह शमी के पास से गुजर रहे थे। शास्त्री ने देखा कि शमी की थाली में ढेर सारी बिरयानी थी।

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शमी का गुस्सा दक्षिण अफ्रीका को ले डूबा-

शास्त्री ने उस घटना को याद करते हुए कहा, "ये जोहान्सबर्ग का मैच था। आखिरी दिन। उस गेम में काफी गर्मी थी। आखिरी दिन, उन्हें (दक्षिण अफ्रीका को) 240 रन चाहिए थे, सिर्फ 100 रन बाकी थे। आठ विकेट उनके पास थे। दोपहर का समय था और जब मैं शमी के पास से गुजरा, तो उसकी थाली में ढेर सारी बिरयानी थी।"

पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने आगे खुलासा किया कि शास्त्री ने तब शमी से मज़ाक में पूछा कि क्या इतनी बिरयानी खाने के बाद उनकी भूख शांत हो गई है। अरुण ने बताया कि इसके बाद गुस्से में भरे शमी ने बिरयानी की थाली को ठुकरा दिया और कहा कि उन्हें ये नहीं चाहिए। शमी ने कहा, "ले ले प्लेट। नहीं चाहिए बिरयानी, भाड़ में गई बिरयानी।"

अरुण ने बताया कि शास्त्री ने उन्हें सलाह दी कि शमी को अकेला छोड़ दें और अगर बात करनी है, तो बस इतना कहें कि वह विकेट लें। इसके बाद शमी ने शानदार प्रदर्शन किया और मैच खत्म होते ही अरुण शमी के पास गए और बोले, "बिरयानी ले, अब जितना खाना है, खा ले।"

ऐतिहासिक जीत और शमी की गैरमौजूदगी-

यह जीत भारत की वांडरर्स स्टेडियम में दूसरी और दक्षिण अफ्रीकी धरती पर कुल तीसरी टेस्ट जीत थी, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय बन गई। फिलहाल, मोहम्मद शमी इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के साथ नहीं हैं क्योंकि वह पूरी तरह फिट नहीं हैं। उनकी गैरमौजूदगी में अब जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे तेज गेंदबाजों पर टीम की जीत का दारोमदार होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इंग्लैंड की पिचों पर कैसा प्रदर्शन करते हैं।


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News Editor

Radhika

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