रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने PoK, सेना में महिलाओं की भागीदारी और ''एक राष्ट्र, एक चुनाव'' पर अपने विचार साझा किए
punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 08:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा किए हैं। यहां उनकी प्रमुख टिप्पणियों का सरल शब्दों में सारांश प्रस्तुत है:
बांग्लादेश के साथ संबंध: राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहता है, और बांग्लादेश एक महत्वपूर्ण पड़ोसी है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कथन का उल्लेख किया कि हम दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं। इसलिए, भारत बांग्लादेश के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखना चाहता है।
सेना में महिलाओं की भागीदारी: उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा थी कि भारतीय सेना में महिलाओं को अधिक अवसर मिलें। प्राचीन भारत में महिलाओं ने युद्धों में बहादुरी दिखाई थी, तो आज की महिलाएं भी सेना में समान भागीदारी निभा सकती हैं। आज महिलाएं खेल, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं, इसलिए उन्हें सेना में भी समान अवसर मिलना चाहिए।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर विचार: राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पाकिस्तान स्वेच्छा से PoK लौटाएगा। लेकिन भारत की तेज आर्थिक प्रगति और बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को देखकर PoK के लोग खुद ही भारत में शामिल होने की मांग कर सकते हैं। उन्हें एहसास हो रहा है कि उनका असली विकास भारत का हिस्सा बनने में ही है।
वक्फ बोर्ड पर विचार: उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार जाति, धर्म या आस्था के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियां हैं जिनका उपयोग मुस्लिम समुदाय के लाभ के लिए नहीं हो रहा है। सरकार ने इस मुद्दे को हल करने के लिए संसद में एक संशोधन विधेयक पेश किया है, जो पारित होने पर इन समस्याओं का समाधान करेगा।
परिसीमन पर राय: राजनाथ सिंह ने कहा कि परिसीमन की अनुमति दी जानी चाहिए। अगर किसी को आपत्ति है, तो वह उसे उचित मंच पर उठा सकता है। परिसीमन के बाद हर राज्य में, चाहे वह विधानसभा हो या लोकसभा, सीटों की संख्या स्वाभाविक रूप से बढ़ेगी। यह दावा करना कि केवल उत्तर भारत में सीटों में वृद्धि होगी और दक्षिण भारत में नहीं, उचित नहीं है।
एक राष्ट्र, एक चुनाव पर समर्थन: उन्होंने कहा कि यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दिशा में कदम उठाया है, जो सराहनीय है। एक राष्ट्र, एक चुनाव से लाखों-करोड़ों रुपये की भारी बचत होगी और शासन में सुधार होगा।
महाकुंभ में शामिल न होने वाले विपक्षी नेताओं पर टिप्पणी: राजनाथ सिंह ने कहा कि परमात्मा उन्हें सद्बुद्धि दे। भारत की प्राचीन परंपराओं और संस्कृति के प्रति सभी की आस्था होनी चाहिए।
दिल्ली सरकार की ‘महिला समृद्धि योजना’ पर प्रतिक्रिया: उन्होंने दिल्ली सरकार को चुनावी वादों को पूरा करने के लिए धन्यवाद दिया। राजनीतिक दलों को अपनी घोषणाओं पर कायम रहना चाहिए। विश्वसनीयता की कमी से जनता का भरोसा टूटता है। भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो अपने वादों को पूरा करती है।