Pahalgam Attack: पाक रक्षा मंत्री ने उगला जहर, कहा- बलूचिस्तान का बदला पहलगाम में !

punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 01:30 PM (IST)

Islamabad: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 28 भारतीय पर्यटकों की बर्बर हत्या के बाद पाकिस्तान की ओर से भड़काऊ बयानबाजी सामने आई है। इस हमले की जिम्मेदारी ले चुके आतंकी संगठन TRF के पीछे पाकिस्तानी आतंक नेटवर्क का हाथ बताया जा रहा है, वहीं अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हमले को बलूचिस्तान से जोड़कर चौंकाने वाला बयान दे दिया है। ख्वाजा आसिफ ने एक पाकिस्तानी चैनल से बातचीत में दावा किया कि "बलूचिस्तान में जो हो रहा है, उसमें भारत का हाथ है। भारत पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है।"

 

उन्होंने इस आतंकी हमले को अप्रत्यक्ष रूप से ‘बदले की कार्रवाई’ करार दिया। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हमले को बलूचिस्तान से जोड़ते हुए कहा कि यह ‘केंद्र सरकार के खिलाफ बगावत की शुरुआत’ हो सकती है। उन्होंने दावा किया कि इस हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है। आसिफ ने कहा, “हम अल्पसंख्यकों के शोषण की निंदा करते हैं। भारत में मुसलमानों, ईसाइयों और बौद्धों पर अत्याचार हो रहा है। यह हमला बलूचिस्तान के संघर्ष की प्रतिक्रिया जैसा लगता है।”हालांकि इस बयान से पहले ही पाकिस्तान ने औपचारिक रूप से इस हमले में किसी भी भूमिका से इनकार किया है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि वह निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ है और आतंकवाद का समर्थन नहीं करता।


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भारत ने पाकिस्तान की इस भड़काऊ बयानबाजी और झूठे आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाक प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करने की तैयारी तेज कर दी है।भारत की खुफिया एजेंसियों के अनुसार, आतंकी हमले के लिए बैसरन (पहलगाम) को जानबूझकर इसलिए चुना गया क्योंकि उस स्थान पर सुरक्षा बलों की तैनाती बेहद कम थी। इस रणनीतिक चयन से पता चलता है कि हमले की पहले से प्लानिंग की गई थी। हमले के समय अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर थे, जिससे इस आतंकी वारदात के कूटनीतिक संकेत और भी गहरे हो जाते हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हालिया उकसाने वाले बयान, जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की 'जुगुलर वेन' (गले की नस) बताया था, ने भी आतंकी नेटवर्क को सक्रिय किया।


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खुफिया सूत्रों के मुताबिक, जनरल मुनीर के इसी बयान के बाद लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े TRF के आतंकी हरकत में आए।पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने भारत पर बलूचिस्तान में स्वतंत्रता आंदोलन को हवा देने का आरोप लगाया और कहा, "हमने कई बार सबूत दिए हैं कि पाकिस्तान के अंदर जो आतंकी घटनाएं हो रही हैं, उसमें भारत का सीधा हाथ है।" हालांकि भारत लगातार बलूचिस्तान में किसी भी तरह की भूमिका से इनकार करता रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद और रावलकोट के दो कमांडरों, जिनमें अबू मूसा भी शामिल है, की भूमिका हो सकती है।

 

अबू मूसा ने हाल ही में एक भड़काऊ कार्यक्रम में कहा था कि “कश्मीर में जिहाद जारी रहेगा और बंदूकें गरजेंगी।” आतंकियों ने पहलगाम में पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और जो ‘कलमा’ नहीं पढ़ सके, उन्हें गोली मार दी गई। इस हमले में नृशंसता की हद पार करते हुए महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमला पूरी तरह से योजनाबद्ध था। आतंकी हमले से कुछ दिन पहले इलाके की रेकी कर चुके थे और स्थानीय मददगारों से भी समर्थन मिला था। प्रारंभिक जांच में अनुमान है कि हमले को 6 आतंकियों ने अंजाम दिया।


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Content Writer

Tanuja

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