'बराक ओबामा को ये नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने...', राजनाथ सिंह का पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को जवाब
punjabkesari.in Monday, Jun 26, 2023 - 07:33 PM (IST)

नेशनल डेस्कः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बयान की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि उन्हें पहले यह सोचना चाहिए कि उनके कार्यकाल के दौरान कितने मुस्लिम-बहुल देशों पर हमले हुए। ओबामा ने बृहस्पतिवार को ‘सीएनएन' के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि यदि भारत ‘‘जातीय अल्पसंख्यकों'' के अधिकारों की रक्षा नहीं करता है, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि एक समय आएगा जब देश बिखरने लगेगा।
सिंह ने कहा कि ओबामा को पता होना चाहिए कि भारत के लोग ‘वसुधैव कुटुंबकम' की अवधारणा में विश्वास करते हैं और सभी लोगों को एक वैश्विक परिवार के सदस्यों के रूप में मानते हैं। ओबामा की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्हें (ओबामा को) यह भी सोचना चाहिए कि (अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में) उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला कराया।''
सिंह ने कहा कि भारत का स्वरूप धर्मनिरपेक्ष है क्योंकि हिंदू, मुस्लिम और ईसाई समेत विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ सौहार्दपूर्वक रहते हैं। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास के साथ बताना चाहता हूं कि मुस्लिम देशों में भी समुदाय के सभी 72 संप्रदाय नहीं होंगे। केवल भारत में ही आपको ये सभी मिलेंगे।'' रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘दुनिया भर में कुछ ताकतें भारत के बारे में नकारात्मक धारणा बनाने के लिए जिम्मेदार हैं। लेकिन लोगों को इस बात की जांच करनी चाहिए कि भारत ने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है?''
सिंह की टिप्पणी के एक दिन पहले, केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ओबामा द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि ओबामा का बयान आश्चर्यजनक है क्योंकि जब वह शासन में थे तब छह मुस्लिम बहुल देशों को अमेरिकी ‘बमबारी' का सामना करना पड़ा था। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों की ओर से अल्पसंख्यकों के प्रति व्यवहार को लेकर ‘आधारहीन' आरोप लगाने के लिए ‘संगठित अभियान' चलाया जा रहा है क्योंकि वे मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनावी मैदान में नहीं हरा सकते।
बराक ओबामा ने कही थी ये बात
दरअसल, बराक ओबामा ने गुरुवार (22 जून) को न्यूज़ चैनल सीएनएन से कहा था, "अगर भारत जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करता तो इस बात की प्रबल आशंका है कि एक समय आएगा जब देश बिखरने लगेगा। राष्ट्रपति जो बाइडेन को पीएम मोदी के सामने ये मुद्दा उठाना चाहिए।" जब बराक ओबामा ने ये टिप्पणी की थी तब पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर थे। ये पीएम की अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा थी।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘पहले जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ कहता था तो उसे इतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता था।'' उन्होंने कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद से स्थिति बदली है। सिंह के ये बयान प्रधानमंत्री मोदी की हाल में समाप्त हुई अमेरिका और मिस्र यात्रा की पृष्ठभूमि में आये हैं जिनमें अनेक ऐतिहासिक समझौते हुए।
पिछले कुछ सालों में दुनिया के विभिन्न देशों में प्रधानमंत्री मोदी की बढ़ती साख का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि एक देश के प्रधानमंत्री ने उन्हें ‘बॉस' कहा, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि मोदी इतने लोकप्रिय हैं कि लोग उनसे ऑटोग्राफ लेना चाहते हैं।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने पिछले महीने सिडनी में भारतवंशियों के एक कार्यक्रम में मोदी को ‘द बॉस' कहा था। अल्बनीज ने कहा था कि मोदी का जितना भव्य स्वागत हुआ है, उतना तो उसी जगह पर 2017 में प्रस्तुति देने के दौरान अमेरिकी रॉक स्टार ब्रूस स्प्रिंगस्टीन का भी नहीं हुआ था।