''तुम काफिर हिंदुओं को हम अंजाम तक पहुंचाएंगे'' कन्हैयालाल पर वार करते समय दोनों आरोपी उगल रहे थे ये ''जहर''
punjabkesari.in Thursday, Jun 30, 2022 - 02:15 PM (IST)
नेशनल डेस्क: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी का काम करने वाले कन्हैयालाल के हत्याकांड मामले में हर दिन कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं। कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर राजस्थान पुलिस की ओर से दर्ज FIR में बताया गया है कि कन्हैयालाल को निर्मम तरीके से मारते समय आरोपी मुंह से जहर भी उगल रहे थे।
खंजर से कन्हैयालाल के गले पर प्रहार करते वक्त आरोपियों को यह कहते हुए सुना, 'तुमने हमारे नबी के खिलाफ लिखा, तुम्हें जीने का कोई हक नहीं। तुम काफिर हिंदुओं को हम अंजाम तक पहुंचाएंगे। '
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने यूएपीए और आईपीसी की विभन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस केस की जांच अब एनआईए कर रही है जिसके लिए वह दोनों आरोपियों को दिल्ली भी लेकर जाएगी।
राजस्थान पुलिस ने कन्हैयालाल के 20 वर्षीय बेटे की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में कन्हैया के बेटे की शिकायत का जिक्र किया गया है, जिसमें कहा गया है कि इन दो हत्यारों ने देश के बहुसंख्यक लोगों में डर और आतंक पैदा करने के लिए एक गैंग के रूप में हमला किया। अपराध की साजिश रचने के बाद मेरे पिता की हत्या की और दूसरों को भी धमकी दी है।
एफआईआर के मुताबिक पीड़ित के बेटे ने कहा कि उसे करीब 3:30 बजे एक रिश्तेदार ने फोन पर बताया कि उसके पिता की हत्या कर दी गई है। जब तक बेटा दुकान पर पहुंचा तो उसने देखा कि पिता का शव दुकान के बाहर खून से लथपथ पड़ा था। उनके गले, बाएं हाथ और सिर पर कट के गहरे निशान थे।
कन्हैया के बेटे ने बताया कि दोनों पिता पर वार करते समय कह रहे थे, तुमने हमारे नबी के खिलाफ लिखा। तुम्हें जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। तुम काफिर हिंदुओं को हम अंजाम तक पहुंचाएंगे।
वहीं पिता की हत्या के बाद कन्हैयालाल के छोटे बेटे यश ने कहा कि मालदा स्ट्रीट के पास भूत महल इलाके में जहां पिता की दुकान थी, वो कभी भी वहां नहीं जाएंगे। यश ने कहा कि "मेरे पिता उस दुकान को चलाते थे, मेरी फिर से उस जगह पर जाने की कोई इच्छा नहीं है। यह बंद रहेगा।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Shukrawar Upay: कुंडली में शुक्र है कमजोर तो कर लें ये उपाय, कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Chanakya Niti: श्मशान घाट की तरह होते हैं ऐसे घर, नहीं रहती इनमें खुशियां