दिल्ली में बरसात ने तोड़े सारे रिकॉर्ड: वैशाख में सावन का मज़ा, IMD ने बताई बड़ी वजह

punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 01:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भीषण गर्मी और लू के लिए प्रसिद्ध दिल्ली ने इस बार मौसम की किताब का एक नया अध्याय लिख डाला है। मई 2025 में राजधानी में 185.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो बीते 120 वर्षों में सबसे ज्यादा है। आमतौर पर मई में केवल 55.5 मिमी औसत बारिश होती है, लेकिन इस बार मौसम ने ऐसा पलटा मारा कि दिल्लीवालों को वैशाख में ही सावन जैसा मौसम मिल गया।

क्यों हो रही है इतनी बारिश?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस असामान्य बारिश की वजहों को वैज्ञानिक रूप से स्पष्ट किया है। सबसे बड़ी वजह रही है बंगाल की खाड़ी में बना गहरा निम्न दबाव क्षेत्र, जिसका प्रभाव असम और मेघालय तक पहुंचा। इसके कारण मानसूनी हवाओं को उत्तर-पश्चिम भारत की ओर बढ़ावा मिला और दिल्ली में लगातार बारिश शुरू हो गई। इस सिस्टम के साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय था, जो आम तौर पर सर्दियों में असर डालता है, लेकिन इस बार मई-जून में भी अपनी ताकत दिखा गया। यह विक्षोभ बंगाल की खाड़ी से आई नम हवाओं के साथ मिलकर मेसोस्केल कन्वेक्टिव सिस्टम (MCS) बनाता रहा, जिससे लगातार गरज-चमक, तेज हवाएं और बारिश देखने को मिली।

रिकॉर्डतोड़ आंकड़े और वैज्ञानिक चेतावनी
IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, जून 2024 में भी एक दिन में 228.1 मिमी बारिश हुई थी, जो 1936 के बाद सबसे अधिक थी। यह इस बात का संकेत है कि दिल्ली का मौसम तेजी से बदल रहा है और यह बदलाव ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन से जुड़ा है। IMD और पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक, समुद्र की सतह का तापमान बढ़ने से बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं ज्यादा नम और तेज हो गई हैं। यही हवाएं दिल्ली तक पहुंच रही हैं और मानसून से पहले ही भारी बारिश ला रही हैं।

मानसून की समय से पहले दस्तक
आमतौर पर दिल्ली में मानसून 27 जून के आसपास आता है, लेकिन इस बार मई में ही ऐसा मौसम देखने को मिल रहा है जो मानसून जैसा लगता है।
IMD के अनुसार, केरल में मानसून 24 मई और मुंबई में 26 मई को ही पहुंच गया, जो सामान्य से एक से दो सप्ताह पहले है। इसी तेजी ने दिल्ली की ओर भी सिस्टम को धकेला और मई के अंत व जून की शुरुआत में मूसलाधार बारिश हो रही है।


आगे क्या कहता है IMD?
1-2 जून को दिल्ली-NCR में 50-70 किमी/घंटा की तेज हवाएं, गरज-चमक, और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
जून 2025 में भी IMD ने औसत से 114% अधिक वर्षा की भविष्यवाणी की है। इसका मतलब यह है कि दिल्लीवासियों को पूरे जून में भी सावन जैसा मौसम देखने को मिल सकता है।


बदलाव का संकेत है यह बारिश
दिल्ली में मई-जून की यह असामान्य वर्षा केवल मौसम की बात नहीं, बल्कि एक गंभीर जलवायु संकेत है। जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है, वहीं यह भी स्पष्ट है कि जलवायु परिवर्तन के चलते पारंपरिक मौसम चक्र तेजी से बदल रहे हैं। 


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Content Editor

Mansa Devi

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