राहुल गांधी चीन को बढ़ावा दे रहे, पर भारत को कमतर दिखाते हैं, हिमंत का कांग्रेस पर निशाना
punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2024 - 09:09 PM (IST)
नेशनल डेस्क : असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर चीन को बढ़ावा देने और भारत को कमतर दिखाने का आरोप लगाया। शर्मा ने यहां बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘राहुल गांधी अलग-अलग तरीकों से चीन को बढ़ावा देते हैं। भारत को कमजोर दिखाते हुए वह चीन को सर्वश्रेष्ठ देश के रूप में पेश करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, चीन में न तो लोकतंत्र है और न ही लोगों के लिए धार्मिक स्वतंत्रता है। लेकिन गांधी इस बारे में बात नहीं करते।''
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव सह-प्रभारी शर्मा दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे। गांधी ने रविवार को डलास में टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि वैश्विक उत्पादन में चीन का प्रभुत्व है इसलिए वह बेरोजगारी का सामना नहीं कर रहा है, जबकि भारत और अमेरिका समेत पश्चिमी देश बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं।
पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा कि भारत में कौशल की कोई कमी नहीं है और अगर देश उत्पादन के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर दे तो वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है। शर्मा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी की झारखंड इकाई के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि चीन को कौन बढ़ावा देता है। शर्मा को इस तरह के बयान देकर देश के लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए। उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।''
एक सवाल के जवाब में असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के 12-14 विधायक और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के दो-तीन विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हमारे पास उनके लिए जगह नहीं है।'' झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और झामुमो के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम हाल ही में भाजपा में शामिल हुए। आबकारी कांस्टेबल अभ्यर्थियों की हाल ही में हुई मौतों को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा ने मृतकों के परिजनों के लिए नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है।
शर्मा ने कहा, ‘‘झारखंड के मुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों की मौत के लिए कोविड वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने खुद वैक्सीन लगवाई थी और लोगों से कहा था कि कोविड वैक्सीन सुरक्षित है।'' उन्होंने कहा कि वे भर्ती अभियान में अपने प्रियजनों को खोने वाले दो परिवारों से मिलेंगे। झारखंड आबकारी कांस्टेबल भर्ती के लिए 22 अगस्त को शुरू हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा को 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद रोक दिया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन मौतों के कारण तीन सितंबर से पांच सितंबर तक भर्ती अभियान को स्थगित करने का आदेश दिया था। लगभग 1.14 लाख अभ्यर्थियों के लिए भर्ती अभियान का शेष भाग संशोधित मानदंडों के साथ 10 सितंबर को फिर से शुरू किया जाएगा।